खेतों में घुसा था उत्पाती हाथियों का दल
उत्तर छत्तीसगढ़ के राजपुर क्षेत्र में उत्पात मचाने के बाद 15 हाथियों का दल प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में प्रवेश कर गया | हाथी बस्ती के पास पहुंचे तो गांव में अफरा-तफरी का माहौल बन गया | ग्रामीण एकजुट हुए और एक सुर में हल्ला मचाना शुरू किया | इससे हाथियों का झुंड डर कर बिना कोई नुकसान पहुंचाए निकल गया |
ग्रामीणों ने बताया कि हाथी जिस रूट से आगे बढ़ रहे थे, उसके अगल-बगल में रहने वाले लोग घर छोड़कर भाग निकले | हाथियों ने बस्ती के किनारे खेतों में डेरा डाल दिया था | इस दौरान सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण हल्ला बोलकर हाथियों को असुरक्षित तरीके से खदेड़ने के प्रयास में लगे रहे | इस नजारे को देख वन विभाग का अमला भी सकते में आ गया था | लेकिन इस घटनाक्रम में कोई जनहानि नहीं हुई जिससे सभी ने राहत की सांस ली | हाथियों के पुनः राजपुर वन परिक्षेत्र में प्रवेश करने की संभावना को देखते हुए सीमावर्ती गांवों में अलर्ट कर दिया गया है | वन विभाग के मैदानी कर्मचारी हाथियों की निगरानी में लगे हुए हैं | लगभग 15 दिनों तक सेटेलाइट कॉलर आईडी लगे प्यारे हाथी के दल ने राजपुर रेंज में उत्पात मचाया था | कोशिश की जा रही है कि जिस रूट से हाथियों का दल राजपुर रेंज में घुसा है, उसी रूट से उन्हें वापस ले जाया जाए इस अभियान में सफलता तो मिल गई, लेकिन हाथियों का दल अभी भी राजपुर और सीमावर्ती प्रतापपुर रेंज के गांव में ही है |