कालिदास अकादमी में दिखेगी सिंहस्थ की अदभुत चित्रकारी
उज्जैन में वर्ष-2016 में होने वाले सिंहस्थ में देश-विदेश के अधिक से अधिक श्रद्धालु शामिल हों, इसके लिये व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। सिंहस्थ को लेकर सामान्य जन-मानस और कलाकारों में भी उत्साह का माहौल दिखाई दे रहा है। उज्जैन में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सिंहस्थ नृत्य-नाटिका का आकर्षक प्रदर्शन किया जा चुका है।देवास की दो बालिका ने सिंहस्थ के प्रचार के लिये चित्रकारी के माध्यम को अपनाया है। सुश्री कविता सिसोदिया और सुश्री रूपल केसरवानी बताती हैं कि चित्रकारी में कई शैलियाँ होती हैं। कविता ने देवास में पिछले वर्ष मीठा तालाब और मंडूक तालाब में सिंहस्थ को केन्द्रित करते हुए जल-रांगोली बनाकर सराहना बटोरी थी। अब इन दोनों ने मधुबनी, वरली और राजस्थानी शैली को भी अपनाया है। इनका सिंहस्थ के विभिन्न आयाम पर पेंटिंग बनाने का विचार है। वे जल्द ही कालिदास अकादमी संकुल में पेंटिंग प्रदर्शनी लगायेंगी, जिसमें सिंहस्थ को चित्रों के माध्यम से दर्शाया जायेगा।