नगर निगम के बंटवारे पर राजनैतिक बवाल
भोपाल नगर निगम को दो भागों में बांटकर शहर विकास किए जाने की कवायदें की जा रही हैं, मगर इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच तलवारें खींच गई हैं | महापौर और भारतीय जनता पार्टी के पार्षद दल इसे लेकर कलेक्टर से मिलने गए | इसके पूर्व पार्षद दल ने इस बंटवारे का विरोध करते हुए कहा कि इस बंटवारे से भोपाल का बंटाढार हो जाएगा | और विकास भी प्रभावित होगा |
नगर निगम की दृष्टि से भोपाल को दो हिस्सों में बाँटने पर बीजेपी ने कड़ी आपत्ति जाहिर की है | भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का कहना है कि भोपाल को दो भागों में बांटने से शहर का विकास रूक जाएगा | दो भागों में बांटने से जनता को असुविधा होगी | लोगों को जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र बनाने के लिए काफी दूर जाना होगा | विकास के कई कार्य भोपाल को दो भागों में बांटे जाने से प्रभावित होंगे | आज बीजेपी के पार्षद महापौर अलोक शर्मा के साथ बस में बैठकर कलेक्टरेट पहुंचे और अपनी आपत्ति दर्ज करवाई |
पार्षदों का कहना था कि यदि इस मामले में न्यायालय भी जाना पड़ेगा तो वे न्यायालय जाएंगे | गौरतलब है कि भाजपा पार्षदों और पार्टी के अन्य नेताओं ने कहा है कि दो नगर निगम बनने के बाद, केंद्र की हाउसिंग फॉर ऑल स्कीम का लाभ भी जनता को नहीं मिल पाएगा | कहा जा रहा है कि पुराने शहर में जमीन की उपलब्धता काफी कम है ऐसे में कई आवासीय प्रोजेक्ट अटके हुए हैं | शहर के बाणगंगा क्षेत्र में भी आवासीय योजना के लिए कार्य किया गया तो इसके लिए बहुत दूरी पर जमीन मिल सकेगी | ऐसे में लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है |