चित्रकूट के विकास की दीर्घकालिक योजना बनेगी
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि आध्यात्मिक और धार्मिक नगर चित्रकूट के विकास की ऐसी दीर्घकालिक योजना बनायी जाय जिससे आगामी 25 से 50 वर्ष तक वहाँ आने वाले तीर्थ-यात्रियों को सुविधा मिलती रहे। इसके लिये विश्व-स्तरीय विशेषज्ञों की भी राय ली जाय। कानून-व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए मुख्यमंत्री अब प्रति सोमवार गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा करेंगे। बैठक में जानकारी दी गयी कि चित्रकूट में 90 प्रतिशत अतिक्रमण सहमति से हटा दिये गये हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि अतिक्रमण पुन: नहीं हो, इसे सुनिश्चित करें।चित्रकूट में आने वाले तीर्थ-यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मुख्यमंत्री केन्द्रीय रेल मंत्री को रेलों की संख्या बढ़ाने के लिये पत्र लिखेंगे। उन्होंने निर्देश दिये कि आगामी त्यौहारों पर पुख्ता व्यवस्था की जाये। जिन स्थान पर भीड़ इकट्टा होती है वहाँ पहले से प्रबंध किये जाये।गृह मंत्री गौर ने कहा कि चित्रकूट में व्यवस्थाओं में समन्वय के लिये उत्तरप्रदेश सरकार से भी विचार-विमर्श किया जायेगा। श्री गौर ने नगर पंचायत द्वारा यात्रियों पर लगाया जाने वाला मेला कर हटाये जाने का सुझाव दिया।बैठक में बताया गया कि चित्रकूट ट्रस्ट बनाने की कार्रवाई जारी है। चित्रकूट के समग्र विकास के लिये आगे सभी विभाग की बैठक आयोजित की जायेगी। बैठक में मुख्य सचिव श्री अन्टोनी डिसा, पुलिस महानिदेशक नंदन दुबे, प्रमुख सचिव गृहबसंत प्रताप सिंह, अपर पुलिस महानिदेशक सरबजीत सिंह तथा ओएसडी सुधीर सक्सेना भी उपस्थित थे।