सिलावट के जन्मदिन पर लगे अवैध होर्डिंग
सिलावट की टीम ने निगम कर्मियों को मारा
मुख्यमंत्री कमलनाथ जी आपके मंत्री तुलसी सिलावट के लोगों ने आपके आदेश की धज्जियाँ उडाई और आपके कर्मचारियों की जमकर पिटाई लगाई | आप मध्यप्रदेश में ऐसा बदलाव लाये हैं कि आपके मंत्री के लोगों ने आपके आदेश को रद्दी की टोकरी में फैंकने लायक भी नहीं समझा | और जमकर मनमानी की | आपकी सरकार में अगर दम है तो ऐसे लोगों को ऐसा सबक सिखाएं कि ये भविष्य में ऐसा करने की हिमाकत न कर सकें |
मुख्यमंत्री कमलनाथ की आपका इकबाल कम हो चुका है | आपके लोग की अपकी बातों को अनसुना कर रहे हैं और आपके आदेशों को हवा में उड़ा रहे हैं कमलनाथ जी अगर फुर्सत मिले तो इन दृश्यों को देख लीजियेगा | इंदौर नगर निगम के ये कर्मचारी आपकी मंशा और आपके आदेश के मुताबिक मंत्री तुलसी सिलावट के अवैध होर्डिंग और पोस्टर हटा रहे थे | तभी तुलसी सिलावट के लोगों ने इनके साथ बदतमीजियां की और इनकी जमकर पिटाई लगाईं | मुख्यमंत्री कमलनाथ जी आप यही बदलाव चाहते थे कि आपके आदेशों की ऐसे ही धज्जियां उड़ाई जाएँ | तो आपको यह मुबारक है | सभ्य समाज में इसे गुंडागर्दी कहा जाता है जो आपके केबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट के लोग कर रहे हैं | इंदौर में बिना पोस्टर और बैनर के नेताओं को तो जैसे राजनीति पसंद ही नहीं आ रही है | स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट के जन्मदिन के मौके पर मंत्री के रिश्तेदार और समर्थकों ने नियम विरूद्ध मंत्री के निवास को पोस्टर और बैनर से पाट कर गंद मचा दी थी | और जब नगर निगम का अमला पोस्टर और बैनर हटाने गया तो कर्मचारियों के साथ गाली गलौच कर मार पीट की गई | मुख्यमंत्री कमलनाथ जी अगर इसी तरह मंत्रियों के समर्थक निगम कर्मचारियों की पिटाई करेंगे तो कैसे आपके सपने का होर्डिंग मुक्त प्रदेश कैसे बनेगा |
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ जी आप प्रदेश को होर्डिंग्स और बैनर मुक्त कराने के लिए लाख जतन कर ले | .लेकिन आप ही के लोग आपकी सुनने के लिए तैयार नहीं हैं | सरेआम आपके निर्देश के बावजूद उनके मंत्रियों द्वारा आदेश की धज्जियां उड़ाई जा रही है | इस मामले में भी आपके स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट को खुद ऐसा करने वालों को रोकना चाहिए था | लेकिन आपके मंत्री ने भी ऐसा नहीं किया | इंदौर में तो मंत्री जी के सरकारी आवास को जन्मदिन की बधाइयों के होर्डिंग्स और बैनर से पाट दिया गया था | इस बात की जानकारी जैसे ही नगर निगम को लगी | वैसे ही उन्हें हटाने के लिए निगम ने कवायद शुरू कर दी | लेकिन मंत्री समर्थक निगम अधिकारियों से विवाद पर उतारू हो गए | निगम कर्मचारियों और अधिकारीयों ने नियमो का हवाला देकर होर्डिंग्स हटाने का प्रयास किया | तो इस पर मंत्री के समर्थक निगम कर्मचारियों को गाली देने लगे | और उनसे मार पीट तक की .| दौरान मंत्री सिलावट के भतीजे और समर्थकों ने निगम उपायुक्त महेंद्र सिंह से तीखी बहस की | और कवरेज कर रहे मीडिया कर्मियों को भी कवरेज करने से रोका | ऐसे में कहना लाजमी होगा कि नियम कायदों और आदेशों का पाठ पढ़ाने वाले मंत्री | अपने ही मुखिया के आदेश का पालन अपने समर्थकों से करवाने में असफल साबित हो रहे है | पिछले दिनों अवैध होर्डिंग्स और बैनर को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने स्पष्ट निर्देश दिए है कि यदि उनका स्वयं का पोस्टर भी हो तो हटा दिया जाए | लेकिन मुख्यमंत्री कमलनाथ जी ऐसा लग रहा है की आपकी पकड़ आपके मंत्रियों पर ही कमजोर हो गई है |