युवती के पान खाने पर करते हैं भाग कर शादी
एक जोरदार खबर हरदा जिले के खिरकिया से है | दीवाली के बाद आदिवासी युवक युवती सज धज कर ठाठिया हाट बाजार आते है | अपना मनपसंद साथी ढूंढते है | और दिल मिलने पर एक दूसरे को पान खिलाकर प्रपोज कर देते है | अगर युवती ने पान स्वीकार कर लिया तो समझो प्रस्ताव स्वीकार है जिसके बाद युवक युवती भागकर शादी कर लेते हैं |
हरदा जिला के खिरकिया तहसील के गांवों में आज भी एक अनोखी परंपरा जारी है | जिसमे आदिवासी युवक युवती सज धज कर आते है और अपना मनपसंद साथी ढूंढते है | आदिवासी दीपावली के बाद लगने वाले पहले हाट बाजार को ठाठिया हाट बाजार के रूप में मनाते है | इस बाजार में आने वाले नवयुगल अपने पसंद के साथी को तलाश करते है | और पसंद आने व दिल मिलने पर मन की बात का इजहार करते समय पान हाथ मे रखकर प्रपोज करते है यदि युवती उसके हाथ से पान खाना स्वीकार कर लेती है | तो समझो उसका प्रस्ताव स्वीकार हो गया | इस तरह नवयुगल हमेशा के लिए एक दूजे के हो जाते हैं | और हाट बाजार से भाग कर शादी रचा लेते हैं | जहाँ युवक दिनेश और युवती पूजा ने एक दूजे को पान खिलाकर प्रपोज किया | और दोनो ने एकदूसरे को अपने जीवनसाथी के रूप में स्वीकार किया |
बताया जाता है की इस बाजार में छुप कर पान खिलाया जाता है | लेकिन यही पान, प्रेम का इजहार होता है | बाद में युवती के घर संदेशा भेज दिया जाता है कि वे युवती की तलाश न करें उसने अपनी पसंद के युवक के संग ब्याह रचा लिया है | उसके बाद समाज के बुजुर्गों की उपस्थिति में सामजिक रीति रिवाज को पूराकर रिश्ता स्वीकर कर लिया जाता है |