बाइस लाख में पैंगोलिन बेचना चाहते थे तस्कर
छत्तीसगढ़ के कोंडागांव में तस्कर गिरोह के पास से दो दुर्लभ वन्य जीव पैंगोलिन जप्त किये गए | इनमे से एक पैंगोलिन की मौत हो गई | तस्करों ने किसी से 22 लाख रुपये में इन पैंगोलिनों को बेचने का सौदा किया था | तस्कर इन्हें बेच पाते उससे पहले ही वाइल्डलाइफ की टीम ने गोपनीय सूचना के आधार पर तस्करों को बीजापुर के जंगलों से धर दबोचा |
इन तस्करों से दो जिंदा पेंगुलिन जब्त किए गए थे | वन विभाग की टीम ने कई तस्करों को पकड़ा और रेस्ट हाउस में उनसे पूछताछ की तब जाकर उनसे पैंगोलिन मिले | इस काम में तीन दिनों तक मशक्क्त चली | चौथे दिन एक पैंगोलिन की मौत हो गई | पूछताछ में तस्करों ने बताया कि किसी व्यक्ति से इन पेंगोलिन के विक्रय के लिए 22 लाख रुपये में डील तय हुई थी | शुरू में जांच के नाम पर वन विभाग के लोग इस मामले को दबाते रहे | लेकिन जब एक पैंगोलिन की मौत हो गई तो इस मामले को उजागर कर दिया गया | तस्करी में प्रयुक्त सफेद कलर की कार तथा पैंगोलिन को खिलाने के लिए दीमक की बांबी कार्टून में रखी थी | वन्य जीवों के तीन तस्करों विष्णुपद मंडल | गोपाल मंडल | जयदेव मेघनाथ को वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत न्यायिक रिमांड पर भेजा और चौथे आरोपी बबलू निवासी ग्राम बीजापुर जिला कोंडागांव की तलाश जारी है | वन मंडल कोंडागांव के एसडीओ एलएन पटेल ने इस बारे में बताया कि अचानकमार टाइगर रिजर्व अधिकारियों को वन्यजीव तस्करी की जानकारी होने पर वाइल्ड लाइफ टीम के साथ विभागीय अधिकारियों को टीम ने आठ तारीख को डील के दौरान ग्राम बीजापुर जिला कोंडागांव के जंगलों से तस्करों को पकड़ा और उनसे दो पैंगोलिन बरामद किए |
जब्त किए गए दो पैंगोलिन में से एक अस्वस्थ्य था और 11 तारीख को सुबह उसकी मौत हो गई | दुर्लभ पैंगोलिन, फोलीडाटा गण का स्तनधारी प्राणी है | इसके शरीर में कैरोटीन के शल्क बने होते हैं | जिससे यह अन्य प्राणियों से अपनी रक्षा करती है .| फोलीडाटा गण का शल्क वाला अकेला स्तनधारी प्राणी है, जिसके मुख्य आहार चींटी और दीमक हैं | अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसके अंगों की कीमत लाखों में है | कोंडागांव में जब्त किए गए पैंगोलिन का प्रति किलो एक लाख की दर से विक्रेय तय हुआ था | मृत पेंगोलीन नौ किलो व जीवित 13 किलो का है |