प्लास्टिक से होने वाले नुक्सान पर आधारित है फिल्म
सत्यजीत रे फिल्म और टेलीविज़न इंस्टीट्यूट कोलकाता में आयोजित भारतीय अंतरष्ट्रीय विज्ञान उत्सव में | \" बहुलक दि पॉलीमर \" डॉक्यूमेंट्री को प्रथम रनर अप पुरस्कार से सम्मानित किया है | इस छोटी सी फिल्म में प्लास्टिक से होने वाली बीमारियों और उसके नुक्सान को बताया है |
सत्यजीत रे फिल्म और टेलीविज़न इंस्टीट्यूट कोलकाता में आयोजित इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल 2019 में | मध्यप्रदेश के रीवा निवासी संजय सिंह बघेल द्वारा संपादित डॉक्यूमेंट्री बहुलक दी पॉलीमर को प्रथम रनर अप पुरस्कार से सम्मानित किया गया | इस फिल्म समारोह में 25 से अधिक देशों की दो हजार डॉक्युमंट्री शामिल थी | यह पुरस्कार भारत सरकार के विज्ञान एवं तकनीकी मंत्री डॉ हर्षवर्धन सिंह एवं फिल्म निर्माता निर्देशक आर बाल्की ने दिया | बहुलक दी पॉलीमर डॉक्यूमेंट्री में प्लास्टिक से होने वाले नुक्सान के साथ ही | इससे होने वाली भयानक बीमारियों के बारे में बताया गया है | गौरतलब है की इससे पहले भी प्रोफेसर बघेल को उनकी पुस्तक \" विज्ञापन और ब्रांड \" को भारत के रष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा राज भाषा गौरव पुरस्कार मिल चुका है |