रेलवे बोर्ड पीएससी अध्यक्ष का हुआ स्वागत
 ASHLIL SAHITYA

 नहीं बिकने देंगे स्टेशनों पर अश्लील साहित्य

 

 रेल मंत्रालय भारत सरकार के पीएससी रेलवे बोर्ड चेयरमेन रमेश चन्द्र रत्न ने संकल्प लिया हैं  | की वो किसी भी हाल में भोपाल स्टेशनों पर अश्लील साहित्य नहीं बिकने देंगे | सिंधी सेन्ट्रल पंचायत ने रेलवे बोर्ड पीएससी अध्यक्ष का संत हिरदाराम नगर में स्वागत किया  | 

रेल मंत्रालय भारत सरकार के पीएससी रेलवे बोर्ड चेयरमेन रमेश चन्द्र रत्न का कहना है कि  |   देश के किसी भी स्टेशन पर किसी भी कीमत पर अश्लील साहित्य को बिकने नहीं दिया जाएगा  |  अश्लील साहित्य लिखने वाले पहले इस तरह की पुस्तकें अपने घर परिवार के सदस्यों को पढ़ने के लिए दें, बाद में बेचकर दिखाएं  | दो दिन पूर्व ही भोपाल स्टेशन का निरीक्षण करते हुए उन्होंने बुक स्टाल पर ओशो एवं खुशवंत सिंह के कथित अश्लील साहित्य को वहां से हटवा दिया था  |  जिसके बाद वे देशभर में सुर्खियों में आए  |  यहां की सिंधी सेन्ट्रल पंचायत, थोक वस्त्र व्यवसाय संघ तथा अनाज व्यापारी संघ द्वारा सयुंक्त रूप से रखे गए स्वागत कार्यक्रम रखा गया था  |   रमेश चन्द्र रत्न ने कहा कि स्टेशनों, ट्रेनों में यात्रियों को न केवल सही भोजन व सुविधाएं मिले, बल्कि उन्हें साहित्य भी अच्छा पढ़ने को मिले, यह हमारी जिम्मेदारी है  |  इससे पूर्व स्वागत समारोह को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि संत हिरदाराम नगर रेलवे स्टेशन पर समुचित यात्री सुविधाओं के अलावा अन्य व्यवस्थाएं हों, इसका प्रयास किया जाएगा  |  उन्होंने कार्यक्रम आयोजकों को दिल्ली आमंत्रित किया ताकि केन्द्रीय रेल मंत्री पियूष गोयल के समक्ष मांगे रखी जा सके  | सभागार में मौजूद छात्राओं को उन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त करने एवं परिवार के एक सदस्या को कानूनी की पढ़ाई जरूर कराने का आव्हान किया  |  यहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह की भूरपूर   प्रशांस की और कहा कि आज दुनिया में अगर देश का मान बढ़ा है तो इसका मुख्य कारण देश का वर्तमान प्रधानमंत्री है  |  इससे पूर्व तीनों संस्थाओं के पदाधिकारी एवं वरिष्ठ समाज सेवी हीरो ज्ञानंचदानी, नितेश लाल,  कन्हैयालाल ईसरानी, जगदीश आसवानी,  सहित अनेक गणमान्य नागरिकों ने रमेश चन्द्र रत्न का शाल, श्रीफल एवं हारफूलों से जोरदार स्वागत किया  |  संचालन एवं आभार पंचायत के महासचिव सुरेश जसवानी ने किया |