सिंधिया जब चाहे अपनी पार्टी बना सकते हैं
 JYOTIRADITYA SCINDIA

विधायक बोला- सबसे पहले मैं जाऊंगा साथ

 

कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर रजनैतिक सरगर्मियों का बाजार गर्म है  |   इस बीच पोहरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक  सुरेश राठखेड़ा ने बड़ा बयान दिया है  | उन्होंने कहा है कि वैसे तो सिंधिया कांग्रेस छोड़ेंगे नहीं अगर छोड़ते हैं तो मैं उनके साथ सबसे पहले जाऊंगा  | जहाँ महाराज वहां हम  | 

ज्योतिरादित्य सिंधिया के  ट्विटर पर अपना स्टेटस बदलने के बाद कांग्रेस की राजनीति गरमा गई है  |  इसको अब कांग्रेस में पिछले एक आरसे से सिंधिया की अनदेखी से जोड़ कर देखा जा रहा हैं  | ऐसा लगता है कांग्रेस में जानबूझकर सिंधिया के साथ ठीक व्यवहार नहीं किया जा रहा है  | क्योंकि ज्योतिरादित्य सिंधिया का करिश्माई व्यक्तित्व ऐसा है की उन्हें कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए लेकिन कांग्रेस के दूसरे गुट उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष तो छोड़ मध्यप्रदेश कांग्रेस तक का अध्यक्ष बनने देना नहीं चाहते हैं  |  एक साल पहले तक तक कांग्रेस में चर्चा थी कि अगर कांग्रेस एमपी में सत्ता में आईं तो ज्योतिरादित्य सिंधिया मुख्यमंत्री हो सकते हैं  | लेकिन ऐसा हुआ नहीं और उसके बाद से उनको एमपी में कम तव्वजो दी जाने लगी  |  सिंधिया लोकसभा का चुनाव भी हार गए  | अब फिर सिंधिया समर्थक उनको लेकर लामबंद हो रहे हैं  | पोहरी  के विधायक  सुरेश राठखेड़ा का कहना है कि वैसे तो सिंधिया पार्टी नहीं छोड़ेंगे  | लेकिन अगर छोड़ते हैं तो उनके साथ जाने वाला पहला व्यक्ति मैं होऊंगा  | 

ये बयानबाजी ज्योतिरादित्य सिंधिया के ट्विटर प्रोफाइल से कांग्रेस हटाने के बाद से  शुरु  हुई  है। विधायक सुरेश राठखेड़ा ने कहा कि महाराज  अपनी खुद की पार्टी शुरू कर सकते हैं, ऐसी मध्य प्रदेश में उनकी ताकत है  | उन्होंने  साफ़  कहा कि और अगर श्रीमंत महाराज साहब ऐसा करते हैं, तो मैं उनका अनुसरण करने वाला पहला व्यक्ति बनूंगा  |  गौरतलब है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया पिछले काफी समय से पार्टी के नाराज चल रहे हैं  | काफी समय से वह पार्टी की कार्यशैली ने खुश नहीं है  |   राज्य में कांग्रेस की सरकार होने के बाद भी उन्हें और उनके समर्थकों को सपोर्ट नहीं मिल रहा है  |  कई बार सिंधिया अपनी नाराजगी भी जाहिर कर चुके हैं |   इतना ही नहीं कई बार समस्याओं को लेकर उन्होंने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र भी लिखा है  |  जिनमें से अभी तक कई समस्याओं का समाधान भी नहीं हुआ है  |