यूरिया की कमी के चलते,खाद की कालाबाजारी चरम पर
किसान की चेतावनी, कमलनाथ बंद करें राजनीति
प्रभारी मंत्री पी सी शर्मा के आदेशों पर नहीं हुआ अमल
मुख्यमंत्री कमलनाथ जी | किसानो की कर्ज माफी का आपका वादा अब किसानों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है | कर्ज माफी के चक्कर में किसानो को सोसाइटी ने अब खाद बीज नगद देना शुरू कर दिया है | यूरिया खाद की कालाबाजारी इस कदर बढ़ी हुई है की किसान दुकानदारों से ऊँचे दामों में खाद खरीदने को मजबूर है | कालाबाजारी से तंग आकर किसानो ने राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर अपना विरोध जताया | किसानो का कहना है की अगर उनकी मांगे नहीं माँगी गई तो वो आत्मदाह करेंगे | कमलनाथ सरकार अब किसानो पर राजनीति करना बंद कर दे |
मध्यप्रदेश में किसानो के लिए बड़े बड़े वादे करके सत्ता में आई कमलनाथ सरकार में | कर्ज माफी और अतिवृष्ट के बाद अब खाद यूरिया का संकट गहराता जा रहा है ... किसान खाद बीज ना मिलने से परेशान हो रहा है | हरदा में यूरिया खाद की कालाबाजारी चरम सीमा पर है | जिसके कारण किसानों को यूरिया खाद नहीं मिल पा रही है | और किसान दुकानदारों के हाथो लूटने पर मजबूर हो रहे हैं | सोसाइटी में जहां एक और यूरिया खाद उपलब्ध नहीं है वहीं दूसरी ओर किसानों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए दुकानदार तिगुने दाम पर खाद बेच रहे हैं | मध्यप्रदेश शासन द्वारा 266.50 यूरिया का रेट निर्धारित है | जबकि दुकानदार द्वारा 650 रुपये में खाद बेची जा रही है | किसान का कहना है की दो लाख की कर्ज माफी की वजह से सोसाइटी ने अब खाद बीज नगद देना शुरू कर दिया है | जिससे किसान परेशान हो रहा है |
किसानों की व्यथा सुनने देखने वाला कोई नहीं है | प्रभारी मंत्री पीसी शर्मा ने अधिकारीयों को आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान किसानों को समय पर खाद बीज उपलब्ध कराने का निर्देश दिया | लेकिन लगता है की अधिकारी ने मंत्री जी की बात पर ध्यान देना उचित नहीं समझा है या मंत्री की चलती नहीं है | आइये हम आपको सुबवाते हैं मंत्री पी सी शर्मा की बात | क्या कहा था शर्मा ने|
किसान व्यापारियों के हाथों खुलेआम लुट रहे हैं | कलाबाजी से तंग आकर किसान राजेश शर्मा ने महामहिम राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर को सौंपा | और मांग की कि अविलंब किसानों को यूरिया खाद उपलब्ध कराने की पहल की जाए | व व्यापारियों पर कार्यवाही की जाए
अन्यथा परेशान किसान कलेक्टर निवास के सामने आत्मदाह करने को विवश होंगे | वही अधिकारियों की माने तो 80% खाद आ चुका है | इस सम्बंध में उप संचालक कृषिविभाग का कहना है कि इस बर्ष गेंहू का रकबा बड़ा है | जिससे खाद की शार्टेज आ रही है | अब अधिकारी किसानो को सिर्फ आश्वासन देते नजर आ रहे है | कमलनाथ जी क्या किसानो ने आपको वोट इसलिए दिया था की उनको खाद बीज के लिए तरसाया जाय | कर्ज तो माफ़ हुआ नहीं अब खाद बीज से किसान तंग आ गया है | मुख्यमंत्री जी कुछ कीजिये | कहीं ऐसा न हो की शिवराज सरकार की तरह किसान आपसे भी रुष्ट हो जाए | किसान ने सरकार को चेतवानी देते हुए कहा की अगर किसानों के लिए कुछ कर नहीं सकते तो | किसानो पर राजनीती बंद करें | कहाँ गया पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का कर्ज माफी का वादा | राहुल ने कहा था की दस दिन में मुख्यमंत्री बदल देंगे | क्यों अब तक नहीं बदला गया मुख्यमंत्री |