ठेके पर चल रहा है तहसील कार्यालय
 THEKHE PAR TEHSIL

प्राइवेट कर्मचारी कर रहे हैं सरकारी कार्य

 

टीकमगढ़ में तहसील कार्यालय इन दिनों ठेके पर चल रहा है  |  जिला मुख्यालय की तहसील में  रीडर का कार्य कर्मचारी से ना करा कर |   एक  निजी व्यक्ति से कराया जा रहा है  |  और ये सब आलाधिरियों की देख रेख में हो रहा है  |  तहसील में किसान अपना कार्य कराने तहसील के सरकारी कर्मचारी के पास ना जाकर  | एक निजी व्यक्ति के पास जाते है और उनका कार्य हो जाता है  |  यही नहीं बाबू से लेकर तहसीलदार का कार्य भी यही व्यक्ति करता है  | 

टीकमगढ़ जिला मुख्यालय की तहसील इन दिनों सरकारी कर्मचारियों की मेहरबानी से ठेके पर चल रहीं है  | तहसील में  रीडर का कार्य कर्मचारी से ना करा कर एक प्राइवेट  व्यक्ति से कराया जा रहा है  | ऐसा नहीं कि जिले के आला अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं है  | दरसल   टीकमगढ़ तहसील में पिछले कई महीनों से नियम विरुद्ध अरविंद प्रजापति रीडर का कार्य कर रहा है  |  जबकि रीडर के पद पर ओमप्रकाश नापित पदस्थ हैं |  लेकिन साहब की मेहरबानी और दरियादिली ने सारा कार्य निजी व्यक्ति के हाथों में दे दिया है |   किसानों  का कहना है  की तहसील कार्यालय में प्रजापति  ही सब काम करा देते हैं |  अब आप कल्पना करिए कि जब किसान तहसील में अपने कार्य से  पहुंचते हैं  | तो उनकी मुलाकात किसी सरकारी कर्मचारी से नहीं बल्कि एक निजी व्यक्ति अरविंद प्रजापति से होती है  | जो पूरी तहसील का संचालन करता है  | अगर इन किसानों की बातों को माने तो चपरासी से लेकर तहसीलदार तक के सारे कार्य अरविंद प्रजापति ही निपटाते हैं | 

रिटायर्ड आईएएस मनीष का कहना  हैं कि किसी भी शासकीय ऑफिस में निजी व्यक्ति से कार्य कराना नियम विरुद्ध है  | और संबंधित अधिकारी के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही होना चाहिए | तहसीलदार अनिल तलैया से फोन पर इस मामले पर  प्रतिक्रिया लेना चाही तो   |  उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया   कलेक्टर ने भी फोन रिसीव करना उचित नहीं समझा |  तहसील में  रीडर   पद पर पदस्थ ओमप्रकाश नापित कहते हैं कि  |  हां प्राइवेट व्यक्ति कुछ काम कर रहे हैं |  उनको जरूरत पड़ने पर बुला लेते हैं  |  अगर किसी को कोई दिक्कत है तो कल से हटा देंगे |