धरने पर बैठे पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान
 SHIVRAJ SINGH CHAUHAN

शिवराज सिंह:दुष्कर्मी को फांसी दी जाए

 

भोपाल  की मनुआभान टेकरी पर आठ महीने पहले 12 वर्षीय बच्ची की दुष्कर्म के बाद पत्थरों से कुचलकर हत्या के मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग को लेकर पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान धरने पर बैठे  | धरना स्थल रोशनपुरा चौराहे पर पर स्कूली बच्चे और बड़ी संख्या में महिलाएं भी पहुंची  | पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे हैवानों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए |  दुष्टता का बर्ताव करने वाले इन लोगों को जिंदा रहने का हक नहीं  | 

भोपाल की मासूम बेटी को न्याय दिलाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने धरना दिया | उन्होंने कहा  आखिर कब तक बेटियां दरिंदगी की शिकार होती रहेंगीं |  कोर्ट से भी निवेदन है कि दुष्कर्म के मामलों में त्वरित एवं कठोर सजा दी जाए  | इस दौरान पीड़िता की मां ने रोते हुए कहा कि मैं 8 महीने से न्याय के लिए भटक रही हूं, मुझे कब न्याय मिलेगा कुछ पता नहीं है | डीएनए रिपोर्ट के लिए क्या 8 महीने कम नहीं होते क्या  | मेरी बेटी के साथ दिन के उजाले में दरिंदों ने दुष्कर्म किया |  कितनी हिम्मत होती है उन दरिंदों में जो उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया |  इसके बाद उसकी पत्थरों से कुचलकर हत्या कर दी  |  पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि एक मां 8 महीने से दर-दर भटक रही है, सिर्फ एक मांग कर रही है मेरी बेटी को न्याय दो

 | आखिर कहां जाए ये मां, ऐसा क्रूर काम करने वाले नरपिशाच हैं  |  हमें अब एक ही बात करनी है कि बेटी के दोषियों को फांसी के फंदे पर लटका दिया जाए |  इससे कम कुछ नहीं, आखिर क्या करना है कि इस मामले को फास्ट्रेक कोर्ट में नहीं लिया गया।क्या ये हत्यारों को बचाने की साजिश नहीं है  |  हमारी मांग है हत्यारों को फांसी दो, फास्ट्रेक कोर्ट में केस चलाओ, डीएनए रिपोर्ट जल्द मंगवाओ  | 

शिवराज सिंह ने कहा मैं कहना चाहूंगा माननीय कोर्ट से अगर बलात्कारी को जल्द सजा नहीं मिलेगी तो जनता हैदराबाद में हुए एनकाउंटर पर ताली  बजाएगी   आज हम सबकों मिलकर सोचने की जरूरत है |  हम शराब के अहाते बनाने नहीं देगें हम इन्हें बंद करवा कर रहेंगे  |  ये व्यवस्था बहुत घातक होगी  | आज बिटिया का परिवार अकेला नहीं है हम उनके साथ खड़े हैं  | हैदराबाद गैंगरेप के आरोपितों के एनकांउटर की तर्ज पर भोपाल में भी दुष्कर्म की शिकार बच्ची को न्याय दिलाने की मांग जोर पकड़ने लगी है |