महुआ पेड़ के दर्शन करने पहुंच रहे श्रद्धालु
आधुनिकता की ओर बढ़ते देश में अभी भी अंधविश्वास ने अपने पैर पसार रखे | ऐसा ही एक अन्धविश्वास का किस्सा लखनादौन से सामने आया हैं | जहाँ महुआ का पेड़ में अचानक लोगो की आस्था जग गई हैं | मगर यह आस्था अब अंधविश्वास में बदल जाने से मुसीबत बन गई है | बड़ी संख्या में श्रद्धालु महुआ के पेड़ के दर्शन करने लखनादौन पहुंच रहे है | आस्था के नाम पर पेड़ के आस पास लोगों ने अपना व्यापार शुरू कर दिया है |
सिवनी के लखनादौन विकासखंड के ग्राम पंचायत मोहगांव में एक महुआ का पेड़ विगत 2 दिनों से आस्था या यूँ कहे की अन्धविश्वास का केंद्र बना हुआ है | इस अंधविश्वास के चलते यहाँ दिन रात लोग भरी संख्या में पहुँच रहे हैं | गौरतलब है की होशंगाबाद में भी पिछले दिनों कुछ शरारती तत्वों ने अफवाह उड़ाई थी की | की महुआ के पेड़ को छूने से सभी बीमारियां दूर हो जाती है | जिसके बाद वहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु महुआ के पेड़ को छूने पहुंचने लगे थे | और प्रशासन को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था | लखनादौन में अंधविश्वास के चलते महुआ के पेड़ के आसपास हजारों की तादाद में | भोले भाले आदिवासी किसान अपनी तकलीफ लेकर पेड़ के दर्शन करने पहुँच रहे है |
बताया जा रहा है कि बढ़ती भीड़ के कारण | ग्राम पंचायत मोहगांव द्वारा जो लग पहुँच रहे हैं उन्हें परेशानी ना हो इसके लिए पेयजल हेतु टैंकर की व्यवस्था कर दी गई है | और वहां दुकाने भी शुरू हो गयी हैं जिसमे | भक्तों के लिए पूजन प्रसाद के लिए नारियल के साथ ही | चाय नाश्ते के लिए कैंटीन भी शामिल हैं | आस्था के नाम पर व्यापार किया जा रहा है | हैरानी वाली बात यह है की इस बारे में पुलिस प्रशासन को कोई जानकारी नहीं है इस बारे में सयकोलॉजिस्ट डॉक्टर मीनल दुबे का कहना है की | लोगों की आस्था के कारण लोग वहा जा रहे है | जब कभी एक व्यक्ति अपने बिलीव के कारण ठीक हो जाता है | तो उसके कारण बहोत से लोग उनसे जुड़ जाते है |