प्रदेश को समृद्ध बनाने में सर्वश्रेष्ठ योगदान दें :शिवराज
परमाणु वैज्ञानिक डॉ. काकोदकर मध्यप्रदेश गौरव सम्मान से विभूषित मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित भव्य एवं गरिमामय समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़वानी में जन्मे मध्यप्रदेश के माटी पुत्र विश्व प्रसिद्ध परमाणु वैज्ञानिक डॉ. अनिल काकोदकर को उनकी अभूतपूर्व सेवाओं, उपलब्धियों, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मध्यप्रदेश का गौरव बढ़ाने के लिये मध्यप्रदेश गौरव सम्मान से अंलकृत किया। मुख्यमंत्री ने राज्य में उत्कृष्ट कार्यों के लिये अधिकारी-कर्मचारियों को भी मुख्यमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया।स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने उत्साह से भरपूर संबोधन में नागरिकों का आव्हान किया कि वे अपने नागरिक कर्त्तव्यों का पालन करते हुए मध्यप्रदेश को शक्तिशाली और समृद्ध प्रदेश बनाने में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दें। परिश्रम की पराकाष्ठा तथा प्रयत्नों की परिसीमा के जरिये मध्यप्रदेश को देश का ही नहीं विश्व का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनायें।वर्ष 2015 पर्यटन वर्ष के रूप में मनेगाश्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में पर्यटन की असीम संभावनाओं को देखते हुए और पर्यटन के माध्यम से रोजगार निर्माण करने के लिये वर्ष 2015 को मध्यप्रदेश पर्यटन वर्ष के रूप में मनाया जायेगा। इस दौरान पूरे विश्व का ध्यान प्रदेश के पर्यटन की ओर आकृष्ट किया जायेगा।श्री चौहान ने कहा कि कभी पिछड़ा कहलाने वाला मध्यप्रदेश अब तेजी से आगे बढ़ रहा है। निवेशकों के लिये आदर्श राज्य बन गया है। आज प्रदेश की आर्थिक वृद्धि दर सबसे ज्यादा 11.08 प्रतिशत है। कृषि विकास में देश सर्वाधिक 24.99 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों जैसे सोयाबीन उत्पादन, पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप से विकास का काम करने, जैविक खेती, दलहन उत्पादन, किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर कर्ज देने, देश में सबसे बड़े सोलर संयत्र लगाने में मध्यप्रदेश देश में सबसे आगे है।मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश की प्रगति पर आज हर नागरिक को गर्व होता है। आज प्रदेश दिल्ली को भी बिजली देने में सक्षम है। बिजली, पानी, सड़क के मामले में देश में प्रदेश का नाम है।श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री के 'मेक इन इंडिया' की सोच से प्रेरित होकर 'मेक इन मध्यप्रदेश' का आव्हान किया है। उन्होंने निवेशकों और निर्माण उद्योग का आव्हान किया कि वे मध्यप्रदेश आयें और यहाँ निर्माण करें। प्रदेश में हर प्रकार की जरूरी अधोसंरचनात्मक व्यवस्था और सुविधाएँ उपलब्ध हैं।हाल ही में संपन्न ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के संदर्भ में कहा कि मध्यप्रदेश में निवेश के 6.89 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इन प्रस्तावों के क्रियान्वयन से प्रदेश में 17 लाख युवा को नौकरी मिलेंगीमुख्यमंत्री चौहान ने युवाओं का आव्हान किया कि वे आगे आयें और अपना खुद का उद्योग लगायें। अपनी स्वयं की कंपनी बनायें। रोजगार मांगने वाले नहीं रोजगार देने वाले बनें। इसमें राज्य सरकार पूरा सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना में प्रतिभाशाली युवा उद्यमियों को बैंक लोन सहित मार्केटिंग, ब्रांडिंग, तकनीकी सहयोग और मार्गदर्शन देने जैसी अन्य सुविधाएँ भी दी जायेंगी।उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश के मूल निवासी जो विदेशों में रह रहे हैं, ऐसे प्रतिभाशाली युवाओं और नागरिकों का टेलेंट पूल बनाकर प्रदेश के विकास में उनका सहयोग लिया जायेगा। युवाओं को राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में सफलता दिलाने के लिये नि:शुल्क कोचिंग की व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने बताया कि श्रमिक समुदाय के प्रतिभाशाली बच्चों के लिये विशेष स्कूल की स्थापना की जा रही है।मुख्यमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कारपाँच लाख रुपये का राज्य स्तरीय शासकीय कार्यालय/संस्था का पुरस्कार संचालक, उत्थान परियोजना, संचालनालय नगरीय प्रशासन एवं विकास, भोपाल को दिया गया।राज्य स्तरीय व्यक्तिगत पुरस्कार में एक लाख रुपये राशि के प्रथम पुरस्कार से डॉ. साकेत व्यास, जिला लोक अभियोजन अधिकारी विशेष लोक स्थापना, लोकायुक्त कार्यालय, इंदौर, रुपए 75000 के द्वितीय पुरस्कार से श्री अनिल गौड़ उप संचालक, नगरीय प्रशासन, भोपाल और 50000 रुपये के तृतीय पुरस्कार से डॉ. अशोक भार्गव, कलेक्टर, जिला शहडोल को पुरस्कृत किया गया। पुरस्कार राशि के साथ प्रशस्ति-पत्र भी प्रदान किये गये।राज्य स्तरीय अधिकारी एवं कर्मचारी के समूह पुरस्कार कुल राशि तीन लाख रुपए जिन अधिकारी में समान रूप से वितरित किये गये, उनमें श्री एस.एन. रूपला कलेक्टर रीवा, डॉ. रामप्रकाश जोशी, वरिष्ठ वैज्ञानिक, पादक प्रजनन एवं अनुवांशिकी, शासकीय कृषि महाविद्यालय, रीवा, श्री रमेन्द्र कुमार सिंह सहायक मिट्टी परीक्षण अधिकारी किसान-कल्याण तथा कृषि विकास रीवा, श्री शंभू पटेल कृषि विकास अधिकारी, किसान-कल्याण तथा कृषि विकास, रीवा, श्री निशांत वरवड़े कलेक्टर भोपाल, डॉ. अरूण सिंह, सलाहकार, भारत सरकार, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, डॉ. एस. जसानी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, होशंगाबाद, डॉ. विनय दुबे, नोडल आफीसर एवं सिविल सर्जन होशंगाबाद, डॉ. नीतेश बैंस एसएनसीयू, होशंगाबाद, डॉ. अमिता चंद स्टेट प्रोग्राम आफीसर, नीपि और मनोज द्विवेदी डीपीएम होशंगाबाद हैं। इन सभी को प्रशस्ति-पत्र भी दिये गये।जिला स्तरीय 25 हजार रुपये के व्यक्तिगत प्रथम पुरस्कार डॉ. नीरज कुमार छारी सर्जन एवं मेडिकल ऑफिसर, जिला भोज चिकित्सालय, जिला धार और 15000 रुपये के द्वितीय पुरस्कार राजेश सिंह, वरिष्ठ कोषालय अधिकारी, कोषालय भोपाल को दिया गया।डॉ. काकोदकरमध्यप्रदेश गौरव सम्मान से विभूषित परमाणु वैज्ञानिक डॉ. काकोदकर ने अपने सम्मान के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए कहा कि उन्हें विशिष्ट अनुभूति का अनुभव हो रहा है। ऐसा प्रतीत हो रहा है मानो घर में सम्मान मिला है। श्री काकोदकर ने अल्प अवधि में मध्यप्रदेश को विकास के पथ पर तेजी से ले जाने के लिये मुख्यमंत्री श्री चौहान की सराहना की। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की ऐसी प्रगति देखकर उनकी अभिमान से छाती फूल जाती है। श्री काकोदकर ने मुख्यमंत्री श्री चौहान का शब्दों से अभिनंदन करते हुए विश्वास व्यक्त किया कि मध्यप्रदेश देश का जल्द ही नम्बर एक राज्य जरूर बनेगा। उन्होंने कहा कि स्थापना दिवस के अवसर पर इस तरह के सम्मान और अधिकारी-कर्मचारियों को उत्कृष्टता पुरस्कार से अच्छे कार्यों के लिये प्रोत्साहन मिलता है। उन्होंने मध्यप्रदेश की प्रगति और विकास में वे हर अपेक्षित सेवा के लिये तत्पर रहने का वचन दिया।संस्कृति राज्य मंत्री श्री सुरेन्द्र पटवा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए इस समारोह के कार्यक्रमों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत है। इसका सभी को मिलकर संरक्षण और संवर्धन करना है।डॉ. श्री काकोदकर के सम्मान में मुख्य सचिव अंटोनी डिसा ने प्रशस्ति-वाचन किया। साथ ही श्री डिसा ने बताया कि वे डॉ. काकोदकर के अधीनस्थ भाभा परमाणु केन्द्र में कार्य कर चुके हैं। समारोह में श्री काकोदकर को प्रदेश की ओर से मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शॉल-श्रीफल भेंटकर कर सम्मानित किया। प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया।मध्यप्रदेश का 59वां स्थापना दिवस मध्यप्रदेश के राज्योत्सव के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मध्यप्रदेश गान के साथ हुआ। महाकवि कालिदास की कालजयी रचना मेघदूतम् पर केन्द्रित 350 से अधिक कलाकारों की समवेत सांस्कृतिक प्रस्तुति हुई। प्रस्तुति का संयोजन मैत्रेयी पहाड़ी द्वारा किया गया। विख्यात संगीतकार विशाल और शेखर के निर्देशन में आकर्षक सांगीतिक प्रस्तुति ने विशाल संख्या में उपस्थित सुधी दर्शकों का मन मोह लिया।इस अवसर पर संस्कृति संचालक रेनु तिवारी आदि उपस्थित थे।