नन्ही बिटिया ने चूमा शहीद की प्रतिमा को
यह खबर श्रदाँजलि है | शहीद सब इंस्पेक्टर मूलचन्द कंवर के जन्मदिवस पर उनके परिजन उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे तो उनकी नहीं बिटिया ने पिता की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किये और उनकी प्रतिमा को दुलार किया | यह दृश्य किसी को भी ग़मगीन कर सकते हैं |
शहीद अमर हो जाते हैं | उनके पीछे उनकी वीरता के किस्से रह जाते हैं | ऐसे में शहीद के बच्चे उन्हे मूर्तियों और फोटो के जरिये महसूस करते हैं | यह प्रतिमा शहीद सब इंस्पेक्टर मूलचन्द कंवर की है | 24 जनवरी 2018 को ओरछा क्षेत्र में नक्सलियों को खदेड़ने के दौरान इन्हें गोली लगी और मूलचंद शहीद हो गए | कोरबा में उनकी प्रतिमा लगाईं गई है | शहीद मूलचंद के जन्मदिवस के मौके पर उनके परिजन उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे तो उनकी बेटी नन्ही परी को देखकर सब की ऑंखें नम हो गईं | इस बच्ची ने कभी अपने पिता को नहीं देखा | जब इसके पिता मूलचन्द कंवर शहीद हुए तब यह मां के गर्भ में थी | जन्म हुआ तो पिता का साया नहीं था | शहीद पिता के जन्मदिन पर मां और परिजनों के साथ उन्हें श्रद्धाञ्जलि और माल्यार्पण करने यह पहुंची और पिता की प्रतिमा को दुलार करने लगी | इस बच्ची ने पिता को पुष्प भी अर्पित किए | जिसने भी इस दृश्य को देखा उसकी आँखें नम हो गेन |
शहीद सब इंस्पेक्टर मूलचन्द कंवर कोरबा जिले के घानाडबरी के निवासी थे | गणित में स्नातक की उपाधि लेकर पुलिस में बतौर सब इंस्पेक्टर भर्ती हुए | पहली पोस्टिंग नक्सल इलाके नारायणपुर में हुई | कई मौकों पर इन्होंने अपने शौर्य का प्रदर्शन किया और नक्सलियों को धूल चटाई | लेकिन 24 जनवरी 2018 को ओरछा क्षेत्र में नक्सलियों से एक मुठभेड़ के दौरान नक्सलवादियों को खदेड़ने के दौरान इन्हें गोली लगी और मूलचंद शहीद हो गए |