सरकार का अखबार पर दमन ठीक नहीं
कमलनाथ सरकार ने जीतू सोनी की चारों और से घेराबंदी करके उसे कितना ही बड़ा अपराधी क्यों न बना दिया हो लेकिन लोगों की राय लोकस्वामी अखबार को लेकर खराब नहीं है | अब पुराने नेता कवि सत्यनारायण सत्तन ने लोकस्वामी अखबार की बेबाकी को बयान किया है |
इंदौर के जीतू सोनी को बड़ा अपराधी मान भी लिया जाए | उसके बाद भी एक सवाल यथावत खड़ा है कि सरकार ने उनके अखबार संझा लोकस्वामी को क्यों नेस्तनाबूत किया | क्या कमलनाथ सरकार को लोकस्वामी में हो रहे हनीट्रैप के खुलासे से कोई खतरा था | इस सब का खुलासा देर सबेर हो ही जाएगा इंदौर के लोगों का लोकस्वामी पसंदीदा अखबार रहा है जो हमेशा काले कारनामे करने वालों का खुलासा करता रहता था | अब संझा लोकस्वामी मामले पर राष्ट्रीय कवि व भाजपा के वरिष्ठ नेता सत्यनारायण सत्तन का बयान सामने आया है | सत्तन भी लोकस्वामी की पत्रकारिता के प्रशंसक रहे हैं |
इस पूरे प्रकरण में सबसे चौकाने वाली बात यही है कि जीतू सोनी ने जब अपना साम्राज्य खड़ा किया तब इंदौर के सभी अधिकारी क्या सो रहे थे | इन अधिकारीयों पर कार्यवाही नहीं होने से साफ़ पता चलता है दाल में कुछ काला है | इससे पहले बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी कमलनाथ सरकार की कार्यवाही को कटघरे में खड़ा कर चुके हैं |