छत्तीसगढ़ में 16 साल बाद लौटा बैलट पेपर
 CHUNAV

बुजुर्गों ने नई पीढ़ी को दिया जागरूकता का संदेश

मतगणना के बाद 2840 नए पार्षद चुन कर आएंगे

 

छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद पहली बार बैलेट पेपर से मतदान हुआ   | नगरीय निकाय चुनाव में इस बार बैलेट पैपेर करीब 16 साल बाद वापस चुनाव प्रक्रिया में लौट कर आया है  | पूरी एक पीढ़ी नई आने के बाद यह व्यवस्था इस बार फिर चुनाव प्रक्रिया में अपनाई गई  | बैलेट पेपर से वोट डालने को लेकर बहुत से बुजुर्ग मतदाताओं में काफी उत्साह दिखा  | 

छत्तीसगढ़ में पूरे उत्साह के साथ मतदान केंद्रों में पहुंचे बुजुर्गों ने नई पीढ़ी को मतदान के लिए जागरूक रहने का बड़ा संदेश भी अपनी प्रभावी उपस्थिति के साथ दिया  | मतदान केंद्र में कई बुजुर्ग व्हील चेयर में वोट डालने के लिए आए थे |  इससे पता चलता है कि उनके अंदर एक नागरिक होने का आत्मसम्मान कितना मजबूत है और वे अपने अमूल्य वोट की कितनी अहमियत समझते हैं  |  निर्वाचन आयोग ने राज्य के सभी मतदान केंद्रों में बुजुर्ग मतदाताओं की सुविधा के लिए विशेष व्वस्थाओं के निर्देश दिए हैं |  मतदान केंद्रों में व्हील चेयर के साथ प्राथमिक चिकित्सा व्यवस्था और बुजुर्गों के बैठने के लिए इंतजाम किए गए  |  राजधानी रायपुर के देवेन्द्र नगर स्थित मतदान केंद्र में मतदान के लिए आईं 85 वर्षीय जोतबानी ने बैलेट पेपर से वोट डाला  | 

वोट डालकर मतदान केंद्र से बाहर निकलते हुए उन्होंने बताया कि करीब 16 साल बाद बैलट पेपर से मतदान किया  | इससे  पुराने दिन याद आ गए |  

अपने शहर की सरकार चुनने के लिए छत्तीसगढ़ के 151 नगरीय निकायों में शनिवार को नागरिकों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया  |  सुबह आठ बजे से मतदान शुरू होना था, लेकिन मतदान की उत्सुकता बहुत से वोटरों को समय से पहले ही मतदान केंद्र तक खींच लाई थी  | कतारों में लगकर अपनी पारी का इंतजार करते हुए मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया और शहरी सरकार चुनने में भागिदार बने |  राज्य में शाम पांच बजे तक मतदान  हुआ   ...   10 नगर निगम, 38 नगर पालिका और 103 नगर पंचायतों में जनप्रतिनिधियों के चुनाव के लिए यह मतदान  हुआ  | राज्य के सर्वाधिक नक्सल प्रभावित दक्षिण इलाके में भी निकायों में शांतिपूर्ण मतदान हुआ  और वोटर्स पूरे उत्साह के साथ इसमें शामिल नजर आये  | 24 दिसंबर को मतगणना के बाद 2840 नए पार्षद चुन कर आएंगे  |