जमीन के अंदर समाधि पांच दिन बाद निकाली लाश
 SAMHADHI

18 दिसंबर 2015 को जब पहली बार ली थी समाधि

 

समाधि लगाने के चक्कर में एक युवक की जान चली गई  | इस युवक ने 108 घंटे के लिए जमीन के भीतर  समाधि लगाईं थी  |  लेकिन समय पूरा होने पर युवक की लाश सामने आईं |  यह घटना छत्तीसगढ़ के महासमुंद की है  | 

जमीन में एक गढ्ढा खोदकर उसमे 108 घंटे की समाधि लगाना एक युवक को भारी पड़ गया और उसकी मौत हो गई |  चमन नाम का ये युवक पांच साल से  खतरनाक समाधि ले रहा था  | इसने पहले साल 24 घंटा, दूसरे साल 48 घंटा, तीसरे साल 72 घंटा, चौथे साल 96 घंटा की समाधि ली  | इसे पहले भी  चार बार बेहोशी की हालत में गड्ढे से निकाला गया  |  चमन पांचवी बार 108 घंटे की समाधि पर चार फुट गहरे गड्ढे में जा बैठा, फिर वापस जिंदा नहीं लौटा  इस युवक ने 16 दिसंबर की सुबह आठ बजे समाधि  लगाईं |  पांच दिन बाद 20 दिसंबर को दोपहर 12 बजे जब उसे समाधि स्थल से बाहर निकाला तो वह कथित तौर पर बेहोश था | उसे  बाहर निकालकर निजी अस्पताल में ले गए, जहां से जिला अस्पताल महासमुंद रेफर किया गया  | जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया  |  इस युवक के  जबकि समाधि लेने वाला वीडियो भी सोशल मीडिया पर  वायरल हो रहा है  | इस सब की जानकारी प्रशासन को भी थी  |  लेकिन किसी ने इस मामले में कोई पहल नहीं की  | चमनदास जोशी  वर्ष-2015 से इस तरह खतरनाक ढंग से समाधि ले रहा था

 पिछले  साल पुलिस के कुछ जवानों ने मौके पर पहुंचकर उसे समाधि लेने से मना किया  |  फिर भी वह नहीं माना और धार्मिक आस्था से जोड़ते हुए सतनाम पंथ का पुजारी और बाबा गुरूघासीदास की प्रेरणा बताकर  उसने समाधी ले ली  | पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया  |  जहां उसके भक्तों ने उसी समाधि वाले गड्ढे में दफना कर अंतिम संस्कार किया  |