कांग्रेस ने की संविधान बचाओ न्याय शांति यात्रा
मुख्यमंत्री कमलनाथ भी शामिल हुए शांति मार्च में
मध्यप्रदेश में | मध्य प्रदेश के सीएम और पीसीसी चीफ कमलनाथ भी इस शांति मार्च में शामिल हुए और केंद्र सरकार के इस कानून का विरोध किया ... मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि भाजपा जनता का ध्यान मोड़ने की राजनीति करती है | आज हमने जो शांति मार्च किया है यह सिर्फ भोपाल और प्रदेश के लिए नहीं, यह देश के लिए है |
कांग्रेस के संविधान बचाओ न्याय शांति यात्रा के मद्देनजर दो दिन पहले ही प्रशासन ने भोपाल से धारा 144 हटा ली थी | इसके बाद कांग्रेस ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ \'संविधान बचाओ न्याय शांति यात्रा\' निकली | इस यात्रा में कांग्रेस के कई दिग्गज नेता शामिल हुए | भोपाल के रंगमहल इलाके से मिंटो हॉल तक यह यात्रा निकाली गई | इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा हमने जो शांति मार्च किया है यह सिर्फ भोपाल और प्रदेश के लिए नहीं, यह देश के लिए है | आज हम देश के दिल से यह संदेश देना चाहते हैं कि किस तरह केंद्र सरकार देश को तोड़ना चाह रही है | उन्होंने कहा कि प्रश्न ये नहीं है कि कानून में क्या लिखा है, प्रश्न यह है कि इसमें क्या नहीं लिखा | प्रश्न यह नहीं है कि इसका क्या उपयोग होगा | प्रश्न यह है कि इसका क्या दुरुपयोग होगा |
कमलनाथ ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा इनके गृह राज्यमंत्री ने संसद में कहा है कि एनआरसी पूरे देश में लागू होगा | जो कानून संविधान विरोधी, देश विरोधी, धर्म विरोधी हो ऐसा कोई भी कानून मध्य प्रदेश में लागू नहीं होगा | एनआरसी और सीएए का अंदरुनी लक्ष्य कुछ और है | सीएम कमलनाथ ने कहा कि हमें देश की संविधान और संस्कृति की रक्षा करनी है | इस यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में सरकार के मंत्री और बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए | कांग्रेस नेताओं ने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा करने के लिए हमें सड़क पर उतरना पड़ा है | इंदौर में भी शांति मार्च निकाला गया, जिसमें बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता शामिल हुए | संविधान बचाओ न्याय शांति यात्रा निकाल रहे कांग्रेस नेताओं का कहना था कि ये कांग्रेस के नेता सड़कों पर नहीं उतरे हैं, ये देश की जनता है जो लोकतंत्र और देश की एकता के लिए इस प्रदर्शन में शामिल हुई है |