36 पार्षद जकांछ और 364 पार्षद निर्दलीय जीते
नगरीय निकाय चुनाव में सत्तास्र्ढ़ कांग्रेस को बड़ी सफलता मिली है | वोटरों ने विधानसभा चुनाव की तर्ज पर कांग्रेस के पक्ष में जमकर मतदान किया | प्रदेश के 151 निकायों के दो हजार 840 पार्षद पद के चुनाव में कांग्रेस ने एक हजार 283 वार्डों में जीत दर्ज की है | वहीं, भाजपा को एक हजार 131 वार्डों में जीत मिली है | राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार प्रदेश में 36 पार्षद जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ और 364 निर्दलीय पार्षद विजयी हुए हैं |
छत्तीसगढ़ के 10 नगर निगम में कांग्रेस ने बड़ी छलांग लगाई है और सात में अपना महापौर पक्का कर लिया है | राजनांदगांव, धमतरी और कोरबा में पेंच फंसा है | यहां निर्दलीय पार्षद निर्णायक भूमिका में हैं | प्रदेश की सत्ता से बाहर होने के बाद हुए पहले नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा को बड़ा झटका लगा है | एक भी नगर निगम में भाजपा अपने दम पर महापौर बनाने की स्थिति में नहीं है | रायपुर और बिलासपुर नगर निगम में भाजपा के बड़े नेताओं को हार का सामना करना पड़ा | यहां कांग्रेस की बहुमत नहीं होने के बाद भी भाजपा अपना महापौर सिर्फ एक पार्षद कम होने के कारण नहीं बना सकती है | राजनांदगांव में कांग्रेस को चार और भाजपा को पांच निर्दलीय के समर्थन की जरूरत है | कोरबा में कांग्रेस को दस और भाजपा को आठ पार्षद और धमतरी में कांग्रेस को दो और भाजपा को तीन पार्षद की जरूरत है |
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा -शहरी क्षेत्र में अक्सर भाजपा को बढ़त मिलती रही है, लेकिन इस चुनाव में कांग्रेस का अच्छा प्रदर्शन रहा है | कांग्रेस ने सरकार के एक साल की उपलब्धियों और कामों की ब्रांडिंग करके चुनाव लड़ा | जनता ने जिस तरह से कांग्रेस पर भरोसा जताया है, उससे साफ है कि वह सरकार के काम से संतुष्ट है | बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने कहा कि परिणाम कांग्रेस सरकार को आईना दिखाने के लिए काफी है | विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली बड़ी जीत के बाद निकाय चुनाव में भाजपा को जनता का अच्छा प्रतिसाद मिला | यह कांग्रेस सरकार की असफलता पर जनता के गुस्से का प्रगटीकरण भी है | एक साल में ही भूपेश सरकार अलोकप्रिय हो गई है | जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने कहा जनता ने कांग्रेस को नकार दिया है | रायपुर, बिलासपुर, कोरबा में किसी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला | निर्दलीयों की खरीद फरोख्त कर भले ही कांग्रेस इन निकायों में अपना महापौर बना ले, लेकिन यह स्पष्ट है कि जनता ने एक साल के कांग्रेस सरकार के कामकाज को खारिज कर दिया है |