शिवसेना ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया
 SHIVSENA CONGRESS

अनुशासन की कमी वाली पार्टी है कांग्रेस

 

महाराष्ट्र में शिवसेना कांग्रेस में तनातनी शुरू हो गई है  | शिवसेना के मुखपत्र \'सामना\' में लिखा गया है कि कांग्रेस में अनुशासन की कमी है |  यह पार्टी रोड़े अटकाती है |  जाहिर है शिवसेना ने कांग्रेस को तरीके से काम करने की नसीहत दे दी है  | 

यह पहला मौका है जब सरकार बनाने के बाद शिवसेना ने कांग्रेस को आडे़ हाथ लिया है | महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने मिलकर सरकार तो बना ली, लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार होते ही तनातनी शुरू हो गई है  | कांग्रेस के वे नेता नाराजगी जाहिर कर चुके हैं, जिन्हें उद्धव कैबिनेट में जगह नहीं मिली   पुणे में तो कांग्रेस दफ्तर तक में  तोड़फोड़  की गई  | अब शिवसेना ने इस बहाने कांग्रेस पर निशाना साधा है  |  पार्टी मुखपत्र \'सामना\' में लिखा गया है कि कांग्रेस में अनुशासन की कमी है  |  यह पार्टी रोड़े अटकाती है  | इस पर कांग्रेस ने अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है  |  करीब 34  दिन पहले महाराष्ट्र में यह खिचड़ी सरकार बनी है और सरकार बनने के बाद यह पहला मौका है जब शिवसेना ने कांग्रेस पर निशाना साधा है  | बीती 30 दिसंबर को महाराष्ट्र में मंत्रिमंडल विस्तार हुआ था |  तब शिवसेना के 12, एनसीपी के 14 और कांग्रेस के 10 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली थी | इसके बाद पृथ्वीराज चव्हाण, नसीम खान, प्रणीति शिंदे, अमीन पटेल और संग्राम थोराट जैसे नेता नाराज बताए गए   | संग्राम थोराट के समर्थकों ने तो पार्टी के पुणे कार्यालय में तोड़फोड़ भी की |  ये नेता केंद्रीय नेतृत्व के करीबी मल्लिकार्जुन खड़गे पर आरोप लगा रहे हैं  | इनका कहना है कि खड़गे ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को गलत जानकारी दी, जिससे वे नेता मंत्री बन गए, जिन पर चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप था  |