देश की आधी जैविक खेती मध्यप्रदेश में
प्रदेश में देश के सर्वाधिक 25 लाख 82 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में जैविक खेती होती है। यह देश के कुल जैविक कृषि क्षेत्र का लगभग आधा है। यह जानकारी आज यहाँ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में सम्पन्न कृषि केबिनेट की बैठक में दी गई। बैठक में तीन विषय उर्वरकों की व्यवस्था, जैविक खेती और धान के उपार्जन पर प्रस्तुतीकरण किया गया।मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैठक में निर्देश दिये कि किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य मिले इसके लिये लगातार निगरानी रखें। गड़बड़ी की शिकायत पर तत्काल सख्त कार्रवाई की जाये। यह सुनिश्चित किया जाये कि धान समर्थन मूल्य से कम पर नहीं बिके।बैठक में बताया गया कि प्रदेश में इस वर्ष रबी में 91 लाख 54 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बोनी हुई है। अब तक 12 लाख 21 हजार मीट्रिक टन उर्वरक वितरित किया गया है। प्रदेश में 77 हजार 971 जैविक कृषक का पंजीयन तथा 16 जिले में जैविक खेत तीर्थ का चयन किया गया है। प्रत्येक संभाग में एक-एक जैविक गाँव को पुरस्कृत किया जायेगा। प्रदेश में समर्थन मूल्य पर धान और मोटा अनाज उपार्जन के लिये 5 लाख 14 हजार 202 किसान का पंजीयनकिया गया है। अब तक इनसे 3 लाख 42 हजार 606 मीट्रिक टन धान तथा एक लाख 22 हजार 742 मीट्रिक टन मक्का उपार्जित किया गया है।बैठक में वित्त मंत्री जयंत मलैया, कृषि विकास और किसान-कल्याण मंत्री गौरीशंकर बिसेन, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री विजय शाह, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, ऊर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री कुसुम महदेले, अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण मंत्री ज्ञान सिंह, नर्मदा घाटी एवं विकास राज्य मंत्री लालसिंह आर्य, मुख्य सचिव एंटोनी डि सा, कृषि उत्पादन आयुक्त आर.के. स्वाई, अपर मुख्य सचिव वित्त अजय नाथ सहित संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।