मोदी बोले पोर्ट ने देश को बदलते हुए देखा है
मुखर्जी के नाम से जाना जाएगा कोलकाता पोर्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोलकाता के बेलूर मठ से नागरकिता संशोधन कानून के खिलाफ चल रहे विरोध पर फिर अपनी बात रखी | पीएम मोदी ने कहा कि ये कानून नागरिकता लेने के लिए नहीं बल्कि देने के लिए है | उन्होंने कहा कि ये कानून रातों-रात नहीं बनाया गया बल्कि महात्मा गांधी भी ऐसा चाहते थे | पीएम ने कहा कि इतनी स्पष्टता के बावजूद कुछ लोग इस कानून को लेकर भ्रम फैला रहे हैं | पश्चिम बंगाल के सीएम ममता बनर्जी की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि जो बात यहां बैठे बच्चों को समझ में आ गई वह बात राजनीतिक खेल खेलने वालों को समझ में नहीं आती है | पीएम ने कहा कि दरअसल, वे इसे समझना ही नहीं चाहते हैं |
समुद्र तट के विकास के लिए सागरमाला कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ये मानती है कि हमारे Coasts, विकास के गेटवे हैं | इसलिए सरकार ने Coasts पर कनेक्टिविटी और वहां के इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने के लिए सागरमाला कार्यक्रम शुरू किया है | इस योजना के तहत करीब 6 लाख करोड़ रुपए से अधिक के पौने 6 सौ प्रोजेक्ट्स की पहचान की जा चुकी है | इनमें से 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक के 200 से ज्यादा प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है और लगभग सवा सौ पूरे भी हो चुके हैं| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज के इस अवसर पर, मैं बाबा साहेब आंबेडकर को भी याद करता हूं, उन्हें नमन करता हूं. डॉक्टर मुखर्जी और बाबा साहेब, दोनों ने स्वतंत्रता के बाद के भारत के लिए नई नीतियां दी थीं, नया विजन दिया था | लेकिन ये देश का दुर्भाग्य रहा कि डॉक्टर मुखर्जी और बाबा साहेब के सरकार से हटने के बाद, उनके सुझावों पर वैसा अमल नहीं किया गया, जैसा किया जाना चाहिए था | पीएम मोदी ने कहा कि कोलकाता का ये पोर्ट भारत की औद्योगिक, आध्यात्मिक और आत्मनिर्भरता की आकांक्षा का प्रतीक है.| ऐसे में जब ये पोर्ट डेढ़ सौवें साल में प्रवेश कर रहा है, तब इसको न्यू इंडिया के निर्माण का भी एक प्रतीक बनाना आवश्यक है. | पीएम ने कहा कि पश्चिम बंगाल की, देश की इसी भावना को नमन करते हुए मैं कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट का नाम, भारत के औद्योगीकरण के प्रणेता, बंगाल के विकास का सपना लेकर जीने वाले और एक देश, एक विधान के लिए बलिदान देने वाले डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर करने की घोषणा करता हूं |