100 विद्वान सो रहे थे बड़ा हादसा टला
अतिथि विद्वानों ने आग को बताया साजिश
पुलिस ने मामले में एफआइआर दर्ज की
भोपाल के शाहजहांनी पार्क में धरना दे रहे अतिथि विद्वानों के पंडाल में रविवार रात अज्ञात बदमाशों ने आग लगा दी | इसमें पंडाल का एक हिस्सा बुरी तरह जल गया, लेकिन अतिथि विद्वानों की सर्तकता से आग पर काबू पा लिया गया, जिससे बड़ा हादसा टल गया | जिस पंडाल को जलाया गया, उसके अंदर 100 अतिथि शिक्षक सो रहे थे | पुलिस ने इस मामले में जाँच शुरू कर दी है |
रात के अँधेरे में किसी बदमाश ने पंडाल में सो रहे तक़रीबन सौ अतिथि विद्वानों को जलाने के लिए पंडाल में आग लगा दी | लेकिन अचानक अतिथि विद्वानों के जाग जाने से एक बहुत ही बड़ा हादसा टल गया | इस मामले में अतिथि विद्वानों की शिकायत पर पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर ली है | वहीं नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने घटना की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ से उच्च स्तरीय जांच की मांग की है | उन्होंने कहा कि अतिथि विद्वानों की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है | इस मसले पर अब सरकार विपक्ष के निशाने पर है |
मध्य प्रदेश के अतिथि विद्वान 35 दिन से अपने नियमितिकरण की मांग को लेकर भोपाल में धरना दे रहे हैं | रविवार देर रात धरना स्थल पर लगे उनके पंडाल में अज्ञात लोगों ने आग लगा दी | बताया जा रहा है कि आग कैरोसिन डालकर लगाई गई, इससे आग तेज़ी से भड़की और देखते ही देखते पंडाल का एक हिस्सा पूरी तरह से जल गया | जब आग लगी तो पंडाल के अंदर 100 से ज्यादा अतिथि विद्वान सो रहे थे | कैरोसिन की गंध और आग के धुएं से अतिथि विद्वानों की नींद खुल गयी | इसके बाद पंडाल के अंदर अफरातफरी मच गई | दूसरे पंडाल के लोग भी शोर-शराबा सुनकर आ गए | विद्वानों ने समय रहते इसे देख लिया और सबने मशक्कत कर आग पर काबू पा लिया | अगर आग बेकाबू होती तो बड़ा हादसा हो सकता था |