विधायक बोले निधि बढ़ाओ
विभिन्न मुद्दों को लेकर सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष भले ही आपस में लड़ते नजर आए किन्तु जब वेतन और विधायक निधि का मसला आता है तो सभी एकजुट नजर आते है। निर्वाचन क्षेत्र की विधायक निधि बढ़वाने के लिए बीजेपी, कांग्रेस और बसपा के विधायक लामबंद हो गए हैं। सत्तापक्ष और विपक्ष के करीब 30 विधायकों ने आज एक बार फिर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात कर निधि बढ़ाकर पांच करोड़ करने की मांग उठाई। मुख्यमंत्री ने भी विधायकों को भरोसा दिलाया कि सरकार इस पर गंभीरता से विचार कर रही है। विधानसभा उपाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह की अध्यक्षता वाली कमेटी ने भी विधायक निधि की राशि 5 करोड़ करने की सिफारिश की है किन्तु राज्य की माली हालात देखते हुए वित्त विभाग निधि मद में डेढ़ करोड़ रुपए से ज्यादा देने को तैयार नहीं है। अंतिम फैसला मुख्यमंत्री की वित्त मंत्री के साथ अंतिम दौर की चर्चा में हो सकेगा। उल्लेखनीय है कि पिछले सत्र में भी राऊ विधायक जीतू पटवारी ने सभी दलों के विधायकों के साथ मुख्यमंत्री से मिलकर विधायक निधि बढ़ाने की मांग की थी । तब भी मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था कि राशि जल्द बढ़ाई जाएगी। बुधवार को एक बार फिर इंदौर विधायक रमेश मेंदोला, रामेश्वर शर्मा, मुरलीधर पाटीदार के साथ कई विधायकों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की। विधायकों ने बताया कि मौजूदा समय में 85 लाख रुपए पूरे नहीं पड़ते हैं। इसमें 77 लाख रुपए विकास कार्यों पर खर्च किए जा सकते हैं, जबकि 8 लाख रुपए स्वेच्छानुदान है।