रोतो बिलखती महिला की भी नहीं सुनी मंत्री ने
कमलनाथ जी आपकी सरकार के मंत्रियों को हो क्या गया हैं | कोई किसी की सुनने को तैयार नहीं हैं | सब बस धुत्कार रहे हैं | जैसे सबने मिलकर कोइ कोई स्ट्रेटजी बना ली हो | की बस सुनना नहीं हैं सिर्फ धुत्कारना हैं | मंत्री जीतू पटवारी सांसद को धुत्कारते हैं अपने कार्यकर्त्ता को दुत्कारते हैं मंत्री पीसी शर्मा भी अपनी ही पार्टी के कार्यकर्त्ता को धुत्कारते हैं | और बिलकुल ताजा मामला आपके मंत्री कमलेश्वर पटेल एक महिला को धुत्कार रहे हैं जरा सम्भालिये कमलनाथ जी कहीं जनता और ये सब मिलकर आपकी सरकार न धुत्कार दे |
कमलनाथ जी यह सब ठीक नहीं हैं | जरा अपने मंत्रियों को समझाईये | वे मंत्री हैं खुदा नहीं | उन्हें जनता ने चुनकर भेजा हैं | उनका अवतरण नहीं हुआ हैं | क्यूंकि जैसा गुस्सा आज कल मंत्रियों को आता हैं | अगर जनता को आ गया तो मंत्री जी की कुर्सी ही खिसक जायेगी | जब 15 सालों से राज कर रही सरकार नहीं टिक पाई तो आप को तो बस एक साल ही हुआ हैं | ये कैसे जन सेवक हैं जिन्हे जनता ही पसंद नहीं | क्या सत्ता का नशा इतना सर चढ़ गया हैं की | उन्हें अपने आस पास कैमरे भी दिखाई नहीं देते | आपके मंत्री कमलेश्वर पटेल ने तो हद ही कर दी | अपनी ही पत्रकार वार्ता में मदद मांगने आई रोती - बिलखती महिला को खुद ही धक्के देकर बहार का रास्ता दिखा दिया | ये सत्ता का नशा नहीं तो क्या हैं।
दरअसल मध्य प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल आज अपने एक दिवसीय प्रवास पर रीवा पहुंचे | जहां पर पत्रकार वार्ता के दौरान उनसे मिलने एक महिला पहुंची | रोती बिलखती वो मदद की गुहार लगा रही थी | मगर बजाय मदद के मंत्री ने उसे धक्के देकर कक्ष से बाहर निकाल दिया | आपको बता दे की यह महिला मुन्नी पटेल रीवा नगर निगम में माली के पद पर पदस्थ हैं | इसका आरोप हैं की निगम अधिकारी के द्वारा इसे प्रताड़ित किया जा रहा है | और अधिकारी के द्वारा उसकी तनख्वाह को भी रोक लिया गया है | जिसकी शिकायत को लेकर आज महिला मंत्री के पास पहुंची और तब मंत्री ने उसकी समस्याओं को सुने बगैर उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया| हालांकि मंत्री ने महिला से बाद में मिलने को कहा परंतु बाद में मंत्री जी किनारे से निकल गए और महिला को अनदेखा कर दिया | हालांकि महिला ने पूर्व में भी मंत्री जी से मुलाकात की थी | जिस पर उन्होंने समस्या का निवारण कराने का आश्वासन दिया था | मगर अब तक उसकी समस्याओं का निराकरण नहीं हो सका और उसी को लेकर वह महिला आज फिर से मंत्री के पास पहुंची थी |