अब फैल रहा है स्वाइन फ्लू ,तीन की मौत
भोपाल समेत मध्यप्रदेश के कई इलाकों में हाल में हुई बारिश ने स्वाइन फ्लू का संक्रमण बढ़ा दिया है। हर दिन एक-दो नए मरीज मिल रहे हैं। बुधवार को 2 और मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। उधर, पहले से भर्ती मरीजों में तीन की हालत गंभीर है। स्वाइन फ्लू विशेषज्ञों ने कहा कि इस समय का मौसम एच1एन1 के लिए बेहद अनुकूल है। इसी वजह से संक्रमण बढ़ रहा है। इसके लिए 15-20 डिग्री तापमान भी अच्छा माना जाता है। राजधानी में इस महीने 13 लोग स्वाइन फ्लू की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 3 की मौत हो चुकी है।हमीदिया अस्पताल के टीबी एवं चेस्ट रोग विशेषज्ञ डॉ. निशांत श्रीवास्तव ने बताया कि मौसम के बदलने से ठंड बढ़ गई है। ऐसा मौसम एच1एन1 समेत सभी तरह के वायरस के लिए अच्छा होता है। स्वाइन फ्लू अब हर जगह (एंडेमिक) पहुंच गया है। लोगों को चाहिए कि भीड़ में जाते समय मुंह पर कपड़ा रखें। सर्दी-जुकाम के बाद सांस में तकलीफ होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।डॉ. पीएन अग्रवाल कहते हैं मौसम में नमी और ठंडक में वायरस से होने वाली बीमारियां बढ़ जाती हैं। यह बीमारी 2010 के बाद आम हो गई है। ठंडक व नमी बढ़ने पर लोग इसके चपेट में आ जाते हैं। मरीजों की कोई ट्रेवल हिस्ट्री भी नहीं मिल रही है।नेशनल अस्पताल में रविवार को स्वाइन फ्लू से एक महिला की मौत के मामले में दो निजी अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग ने नोटिस जारी किया है। इनमें बंसल और अग्रवाल अस्पताल शामिल हैं। नोटिस के मुताबिक बंसल अस्पताल ने मरीज को भर्ती करने व अग्रवाल अस्पताल ने स्वाइन फ्लू की जांच कराने में देरी की है।सीएमएचओ के यहां से स्वाइन फ्लू मरीजों के स्वाब के नमूने लेने व पैक करने के लिए वीटीएम (वायरस ट्रांसपोर्ट मीडिया) किट दी जाती है। राजधानी के उन्हीं निजी या सरकारी अस्पतालों को यह किट दी जा रही है, जहां से स्वाइन फ्लू के सैंपल आ रहे हैं। एक अस्पताल को सिर्फ एक किट एडवांस में दी जाती है। रात में ज्यादा मरीज आने पर नमूने लेने में दिक्कत हो सकती है।