नहीं बची है ग्रामीणों की समस्या सुनने की जगह
छिंदवाड़ा के एक ग्राम पंचायत में सरपंच पति ने सभाकक्ष को सीमेंट बोरी का गोदाम बना दिया है ...जिस सभाकक्ष में ग्रमीणो की समस्या सुनी जानी चाहिए | वहां सीमेंट की बोरियां और गन्दगी का भडार लगा हुआ है |
छिंदवाड़ा में परासिया विधानसभा के बेलगांव ग्राम पंचायत की सभाकक्ष को सरपंच पति द्वारा गोदाम बना दिया गया है | जिस सभाकक्ष में ग्रामीणों की समस्या सुनी जानी चाहिए वहाँ अब सीमेंट की बोरियां रखी जा रही है | सभाकक्ष में गन्दगी का भण्डार लगा हुआ है | यहाँ ना तो सरपंच के बैठने की जगह बची है | ना ही सचिव के बैठने की | जगह जगह बोरियां नजर आती है | जब इस बारे में सरपंच पति से बात की गई तो वो पल्ला झाड़ते नजर आये | सरपंच पति का कहना है की यहां कार्य चल रहा है तो बोरियां कहाँ रखेंगे | अब सवाल यह की अगर सभाकक्ष सीमेंट की बोरिया रखने के लिए है तो फिर ग्रामीणों की समस्या सुनने और कार्य करने की जगह कौन सी है | खैर हम आपको सुनाते है सरपंच की दलील |