अस्पताल में डॉक्टरों और स्टाफ की संवेदनहीनता आई सामने
  Inferiority of doctors

गर्भवती महिला को नहीं दिया गया ओढ़ने के लिए  कम्बल

 

सिवनी के लखनादोन  सिविल अस्पताल में डॉक्टरों और स्टाफ  की संवेदनहीनता सामने आई है   | प्रसव पीड़ा से तड़प रही एक महिला को अस्पताल में बमुश्किल बेड दिया गया  | उसपर भी स्टाफ ने महिला को इस कड़कड़ाती ठण्ड में ओढ़ने के लिए ना तो कम्बल दिए   | और ना ही गद्दे उपलब्ध कराये   इतना ही नहीं अस्पताल के स्टाफ ने गर्भवती महिला को चलता करने की भी कोशिश की  | जब इस बारे में बीएमओ से बात की गई तो उन्होंने  वही जांच कराने का रटा रटाया जवाब दिया | 

सिवनी में लखनादौन  के सिविल अस्पताल में डॉक्टरों और स्टाफ  की संवेदनहीनता का नजारा देखने को मिला |  सुबह करीब 4 बजे प्रसव पीड़ा से तड़प रही अनिता दीक्षित को  डॉक्टरों की उपेक्षा के चलते  |  ठंडे  बिस्तर पेटी में बिना किसी चादर के करीब आधे घण्टे लेटना पड़ा |   इतना ही नही, अस्पताल में मौजूद महिला नर्सों ने कम्बल न होने की बात कह कर  |  उसे चलता करने की कोशिश की   | करीब एक घण्टे की मशक्कत के बाद  पीड़ित महिला को अस्पताल में एक पलँग नसीब हुआ  | लेकिन अस्पताल में मौजूद  स्टाफ ने गर्भवती महिला को ना ही कम्बल  दिए  |  ना ही गद्दा उपलब्ध कराया  | और आखिर में महिला को  अपने घर से लाए हुए कपड़ो पर ही सोना पड़ा  | 

जब इस बारे में सिविल अस्पताल के बीएमओ  बी. एम. सोलंकी से बात की गई तो उन्होंने वही रटा रटाया जबाव दिया  | सोलंकी ने  मामले की जांच कर कारवाई करने की बात कही  |