तीन सालों से लगातार महाकाल पैनल का कब्ज़ा
महाकाल पैनल सहित तीन पैनल हुए थे शामिल
दामोदर वंशीय जूना गुजराती समाज के | अखिल भारतीय टेकचंद जी महाराज रजिस्टर्ड ट्रस्ट कड़छा के | त्रिवार्षिक चुनाव गुरुधाम कड़छा में संपन्न हुए | समाज के इस त्रिवर्षीय चुनाव में तीन पैनल शामिल हुए थे | यह चुनाव 11 पदों के लिए किया गया था | जिसमे तीन सालों से लगातार जीतते आ रहे महाकाल पैनल ने एक बार फिर जीत हांसिल की |
दामोदर वंशी जूना गुजराती अपने समाज के लोगो को जोड़े रखने के लिए लगातार प्रयासरत रहता हैं | होना गुजरती समाज में हर तीन सालों में एक बार चुनाव होते हैं | जिसमे समाज के ही अलग - अलग पैनल हिस्सा लेते हैं | और समाज के लोग वोट करते हैं | समाज का यह चुनाव पुरे नियम कायदे से होता हैं | जिसमे निर्वाचन अधिकारी पूरी चुनाव प्रक्रिया को सपन्न करता हैं | इस बार चुनाव में जूना गुजरती समाज के तीन पैनल शामिल हुए थे | जिसमे महाँकाल पैनल ने लगातार तीसरी बार ऐतिहासिक जीत दर्ज की | गुरुधाम कड़छा में संपन्न चुनाव में महाकाल पेनल ने अध्यक्ष सहित सभी 11 पदों पर जीत हांसिल की हैं | चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए महाँकाल पैनल के वर्तमान अध्यक्ष मोहनलाल चौहान ने कड़े मुकाबले में भंवर लाल जाधव को 86 मत से पराजित किया | चौहान को 1675मत व जाधव को 1589 मत प्राप्त हुए | वही अध्यक्ष पद के अन्य प्रत्याशि नरेंद्र परमार को 45 मत | बंसीलाल परमार को 304 मत | मनोरमा देवी गोयल को 41 मत प्राप्त हुए | सचिव पद के लिए मुकाबले में महाँकाल पैनल के
नरेंद्र पडिहार ने मोहनलाल मकवाना को 368 मतों से पराजित किया | पड़िहार को 2003 मत व मकवाना को 1635 मत प्राप्त हुए थे | कोषाध्यक्ष पद के लिए महाँकाल पैनल के मनीष सोलंकी ने | बालकृष्ण गेहलोत को 265 मतों से पराजित किया | सोलंकी को 1869 मत व गेहलोत को 1604 मत प्राप्त हुए थे | जबकि ट्रस्टी के 8 पदों के लिए महाँकाल पैनल के रमेश चंद्र डाबी1781मत | धनराज माहेश्वरी1725 मत | रूप किशोर सोलंकी1723 मत | गोपाल परमार1669 मत | हेमराज सोलंकी1648 मत| महेश चौहान1633 मत | शांतिलाल पंवार1597 मत व सुभाष गोयल1569 मत प्राप्त कर विजय हुवे |
कड़छा ट्रस्ट के चुनाव के लगातार तीसरी बार बने निर्वाचन अधिकारी | सोहनलाल परमार ने मतगणना के पश्चात विजय उम्मीदवार की घोषणा की | परिणामों की घोषणा होते ही महांकाल पैनल के समर्थकों ने विजेता प्रत्याशियों को फूल माला पहना कर बधाई दी और जमकर आतिशबाजी कर जीत का जश्न मनाया | शांतिपूर्वक मतदान के लिये पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था भी की गई है।