पढ़ाई के डर से खुद गायब हुए थे बच्चे
पुलिस ने बच्चों को तलाश कर किया परिजनों के हवाले
गावं के चार बच्चे स्कूल के लिए तो निकले | मगर स्कूल नहीं पहुंचे | इन बच्चों के माता पिता मजदूरी करते हैं | जब वे पूरा दिन मजदूरी करके वापस घर लौटे तो बच्चों को घर में ना पा कर परेशान हो गए | आस-पास पूछने पर भी जब बच्चों के बारे में नहीं पता चला तो | परिजनों ने 100 नंबर पर इसकी सुचना दी | पुलिस ने सकुशल बच्चे तलाश लिए हैं | रात भर इन बच्चों को शरण देने वाले व्यक्ति को भी पुलिस अधीक्षक ने सम्मान किया हैं |
सिंगरौली जिले (बैढ़न) सरइ थाना के जम गडी गांव के चार नाबालिक बच्चे | लापता हैं ये बच्चे सुबह स्कूल जाने के लिए निकले थे | मगर घर वापस नहीं लौटे | मिली जान कारी के अनुसार यह बच्चे स्कूल जाने के लिए निकले तो थे | मगर स्कूल भी नहीं पहुंचे | यह सभी बच्चे अगरिया बर्ग के बताए जा रहे हैं | उनके परिजन दिहाड़ी मजदुर हैं जो मजदूरी करने चले गए थे | जब शाम को मजदूरी करके लौटे तो अपने बच्चों को घर में ना देख उनकी आस पास खोज खबर मगर कोई पता नहीं चला | तब बच्चों के परिजनों ने 100 नंबर डायल किया | उन की सूचना पर थाना प्रभारी सरई सन्ख धर द्विवेदी ने तत्काल फरियादी की सूचना पर लिखित आवेदन लिया | और 12 घंटे के अंदर बच्चों को ढूंढ निकाला | तफ्तीश में पता चला कि बच्चे पढ़ाई के डर से भाग गए थे जो पास ही जंगल में छुपे हुए थे | पुलिस ने चरों ही बच्चे ढूंढ कर परिजनों के हवाले कर दिए हैं |
सिंगरौली पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन ने घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बताया | कि इस मामले में सरई टीआई संखधर द्विवेदी के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम द्वारा स्थानीय निवासी हरीनारायण गुर्जर जिन्होंने बच्चों को रात में शरण दी थी | उनके इस नेक कार्य को देखते हुए व बच्चों को ढूंढने में सहयोग के लिए हरीनारायण को एसपी ने सम्मानित किया |