एक किसान की गई जान पांच जख्मी
स्पेशल टीम ने तीन लोगों को पकड़ा
मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार आइफा अवार्ड करवाने में व्यस्त है | वहीँ अपना पैसा वापस लेने गए किसानों के साथ गांव के लोगों ने मॉब लिंचिंग की जिसमें एक किसान की जान चली गई और पांच अन्य घायल हो गए | इस घटना ने सिस्टम की पोल खोल के रख दी है | किसानों ने भीड़ से जैसे तैसे अपनी जान बचाई लेकिन इसके बावजूद एक व्यक्ति की जान चली गई | इस मामले में सबसे गंभीर बात यह है कि पुलिस को इस किसानों ने सूचना दे दी थी कि वह मजदूरों से अपना पैसा वापस लेने जा रहे हैं |
आइफा अवार्ड में व्यस्त कमलनाथ सरकार में भी कानून व्यवस्था की हालत चिंताजनक है | धार के मॉब लॉन्चिंग की घटना ने बता दिया है कि हालात कितने भयावह हैं | मजदूरों को बतौर एडवांस दिए रुपए लेने आए सांवेर तहसील के खेड़ा गांव के किसानों ने बुधवार सुबह 9 बजे तिरला थाने पहुंचकर सूचना दे दी थी | पुलिस ने उनसे कहा था कि तुम रुपए मांग लेना, विवाद मत करना | पुलिस ने किसानों की मदद करने की जहमत नहीं उठाई | इन किसानों को नहीं मालूम था कि बच्चा चोर की अफवाह फैलाकर उनके साथ जमकर मारपीट की जाएगी | वाहनों में तोड़फोड़ के साथ आग लगा दी जाएगी | किसान एक मकान में छिप गए, लेकिन भीड़ ने दरवाजा तोड़कर उन्हें निकाला और बेरहमी से पीटते रहे | ग्राम खेड़ा के किसानों के साथ जिस तरह मारपीट की गई, उसके वायरल वीडियो देखकर ही लोगों के रोंगटे खड़े हो गए हैं | भीड़ के हाथ में लाठी-पत्थर जो आया वह बरसाना शुरू कर दिया | पीड़ित जान की भीख मांग रहे थे, लेकिन गुस्साई भीड़ ने मानवीयता की हद पार कर दी | एक एक किसान पर 200 से 300 लोग प्रहार कर रहे थे | पुलिस के दो जवानों के आने पर भी भीड़ किसानों को पीटती रही | पुलिस बल ने पहुंचकर अश्रु गैस के गोले छोड़ भीड़ को तितर-बितर किया |
इस मामले में बनाई गई स्पेशल टीम ने तीन लोगों को पकड़ लिया है, उनसे पूछताछ की जा रही है | विनोद मुकाती निवासी शिवपुर खेड़ा गांव तहसील सांवेर जिला इंदौर ने बताया कि मैं खेती करता हूं | मेरे सहित मेरे ही ग्राम के गणेश तथा राधेश्याम लिम्बा, नरेंद्र शर्मा, जगदीश शर्मा व जगदीश चंद्र ने तिरला ब्लॉक के खिरकिया ग्राम के पांच मजदूरों अवतार, जामसिंह, महेश, राजेश व सुनील को 6-7 माह एडवांस के तौर पर हरेक को 50-50 हजार रुपए दिए थे | ये पांचों हमारे यहां मजदूरी पर आने की बजाए गुजरात चले गए | जब इन लोगों से हमने रुपए वापस मांगे तो इन्होंने अपने ग्राम में रुपए लेने के लिए हमें बुलाया था | बुधवार सुबह 6 बजे हम पांचों के साथ रवि शंकरलाल दो कारों में सवार होकर खिरकिया के लिए निकले | हमें इलाके के बारे में जानकारी नहीं थी तो हमने खिरकिया ग्राम के ही मुकेश लाल, जो हमारे ग्राम में मजदूरी के लिए आया था, को भी साथ बैठा लिया | हम सातों करीब सुबह 9 बजे तिरला पुलिस थाने पहुंचे तथा वहां पुलिस को अपने आने का कारण बताया | इसके बाद हम तिरला से करीब 8 किमी दूर खिरकिया ग्राम पहुंचे | जहां पहुंचते ही 15-20 ग्रामीणों ने हमारा रास्ता रोक लिया और पत्थरबाजी शुरू कर दी | हम घबरा गए | जैसे-तैसे कार पलटाकर जान बचाकर भागे | इसी दौरान खिरकिया के पत्थरबाजों ने आगे के ग्रामों में मोबाइल के जरिए झूठी सूचना फैला दी कि दो वाहनों में कुछ लोग दो बच्चों का अपहरण कर भागे हैं | सूचना फैलते ही ग्रामीणों ने हमारा पीछा शुरू कर दिया | रास्ते में तीन-चार स्थानों पर हमें रोकने का प्रयास किया गया, लेकिन हम वाहन भगाते रहे | करीब 20 किमी दूर ग्राम बोरलाई में 150 से 200 लोगों ने बाइक अड़ाकर हमारी दोनों कारों को रोक लिया | देखते ही देखते वहां भीड़ जमा होना शुरू हो गई | हमने बचाव के लिए पास ही स्थित दुकान में घुसकर दरवाजा लगा लिया, लेकिन भीड़ ने दरवाजा तोड़ दिया और बुरी तरह से हमारे साथ लकड़ी, पत्थर से मारपीट शुरू कर दी | उसके बाद हम सब बेसुध हो गए | मनावर थाना प्रभारी युवराजसिंह चौहान ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे तथा अश्रु गैस छोड़कर भीड़ को खदेड़ा | घायलों को अस्पताल लाया गया | गंभीर घायल गणेश को बड़वानी रेफर किया गया था, लेकिन उसकी मौत हो गई | इन कार सवारों के साथ खिरकिया ग्राम का मजदूर मुकेश अंतरलाल भी था, जो गायब है | उसे ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है | मामले में अवतारसिंह, भुवानसिंह, जामसिंह तथा 40 से 45 लोगों पर हत्या, हत्या का प्रयास व बलवा में प्रकरण दर्ज किया है |