प्रशासन और माफियाओं के बीच 5 घण्टे चली नौटंकी
कमलनाथ सरकार जहां एक ओर रेत माफिया मुक्त प्रदेश बनाने की बड़ी बड़ी बातें करते है,वही दूसरी ओर विगत कई महीनों से रेत माफिया पूरी तरह से प्रशाशन पर हावी नजर आए | रेत माफियाओ ने स्थानीय प्रशासन से लेकर जिले के शीर्ष अधिकारियों से सांठगांठ कर धड़ल्ले से टमस नदी का सीना छलनी करते आ रहे है | नायब तहसीलदार में अवैध रूप से ले जाई जा रही रेत के ट्रेक्टर पकडे तो प्रशासन और रेत माफिया के बीच की नौटंकी साफ़ नजर आई
रीवा जिले के जवा तहसील में स्तिथि टमस नदी में मशीन व नाव लगाकर रेत माफिया स्थानीय पुलिस प्रशासन व राजस्व विभाग के नाको के नीचे से परिवहन करते आ रहा है | रेत के अवैध परिवहन की खबर दखल न्यूज़ चैनल पर प्रसारित हुई तो स्थानीय प्रशासन के हाँथ पांव फूलने लगे और मजबूरन टमस नदी के किनारे नायब तहसीलदार भुवनेश्वर मरावी ने घाट पर जाकर कार्यवाही करने की जहमत उठाई और मौके पर से रेत से लदे चार ट्रैक्टरों को पकड़ लिया |
लेकिन बगैर पुलिस बल के सहयोग बिना रेत से लदे ट्रैक्टरों को थाने तक नही ले जाया जा सकता था | क्योंकि ट्रैक्टर ड्राइवरों ने जान बूझकर ट्रैक्टरों को नाले में फंसा दिया | इस सम्बंध में जब नायब तहसीलदार ने पुलिस प्रशासन से मदद मांगी तो जवा थाना प्रभारी पवन शुक्ला ने सहयोग दे पाने में असमर्थता जाहिर की | यहाँ प्रशासन और रेत माफिया के बीच जमकर नौटंकी देखने को मिली | थक हार के तहसीलदार ने जेसीबी बुलाकर नालों में करीब 5 घण्टो से फंसे ट्रैक्टरों को निकालकर थाने ले जाकर पुलिस के सुपुर्द किया | इस मामले में जहाँ एक ओर रेत माफियाओ से नायब तहसीलदार अकेले मुकाबला करते रहे वही दूसरी ओर जवा थाना पुलिस मूकदर्शक बनी रही |