झूठे आरोप में कैदी को फसाया गया था होनी थी रिहाई
टीकगढ़ जिला जेल अक्सर विवादों में बना रहता है | जेल में बंद विचाराधीन एक आरोपी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई| कैदी के परिजनों का कहना है की | उनके बेटे पर बलात्कार का झूठा आरोप लगाया गया था | और उनके बेटे की रिहाई होनी थी | बेटे की मौत के बाद परिजनों ने सड़क जाम कर दिया |
टीकमगढ़ जिला जेल में कैदी की मौत से गुस्साए परिजनों ने चक्का जाम कर दिया | कैदी वीरेंद्र को दो महीने पहले बलात्कार के आरोप में जेल में बंद किया गया था | कैदी विचाराधीन था | जिसकी मौत ने जेल प्रशासन पर सवालिया निशाँ खड़ा कर दिया है | हाल ही में इसी जेल से एक कैदी फरार हो गया था | इसके बावजूद जेल प्रशासन ने इससे कोई सीख नहीं ली | परिकजनों का कहना है की उसके बेटे पर झूठा आरोप लगाया गया था | पीड़िता ने अपना बयान पलट लिया था | और उनके बेटे की आज रिहाई होने वाली थी | वीरेंद्र को पुलिस ने हॉस्पिटल में भर्ती कराया था | जेल प्रशासन की लापरवाही के चलते उनके बेटे की जान चली गई | परिजन जब अधिकारीयों के सझाने पर भी चक्का जाम नहीं छोड़े तो पुलिस ने फाॅर्स बुलाकर जाम हटवाया | इस दौरान पुलिस ओर परिजनों के बीच विवाद की स्थिति बनी रही |