लोकायुक्त पुलिस ने किया नीलम तिवारी को गिरफ्तार
शौचालय का पैसा खाते में डालने को मांगी थी रिश्वत
देश में स्वच्छता अभियान ने | आम नागरिक को स्वच्छता के लिए जागरूक किया | और उसका नतीजा ये हुआ की अब आम नागरिक स्वच्छ भारत के लिए संकल्पित हैं | मगर कुर्सी पर बैठे अधिकारी जिन्हे कोई फर्क नहीं पड़ता किसी भी अभियान से | उनके लिए जरुरी होता हैं पैसा चाहे भले ही वो सौचाले से मिले | ये अधिकारी स्वच्छ भारत अभियान में रिश्वतखोरी की गंदगी ऐसे मिलते हैं | की देश का स्वच्छ होना नामुमकिन सा लगता हैं |
प्रधानमंत्री का स्वच्छता अभियान क्या कभी सफल हो पायेगा | ये सवाल उन अधिकारीयों की वजह से खड़ा हुआ हैं जो | शौचालय का पैसा खाने में भी गुरेज नहीं करते | इस अभियान को किस तरह अधिकारी पलीता लगाकर रिश्वतखोरी मे लगे है | इसका एक उदहारण छतरपुर जनपद मे देखने मे मिला जहां सागर लोकायुक्त पुलिस ने स्वच्छता अभियान की कोडिनेटर नीलम तिवारी को गिरफ्तार किया | नीलम तिवारी पांच हजार पांच सौ रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथो लोकायुक्त पुलिस के हत्थे चढ़ गई | आपको बता दे की मामला क्या हैं | दरअसल स्वच्छता अभियान की कोडिनेटर नीलम तिवारी | धोनी पचांयत के में शौचालय का मूल्यांकन करने गई थी | फिर नीलम तिवारी ने रोजगार सहायक जीतेन्द्र सिंह से पंचायत मे बने 13 शौचालय के मूल्यांकन के बाद राशि खातो मे डालने के लिये 600 रूपये हर शौचालय के नाम से रिश्वत मांगी | मोलभाव के बाद 500 रूपये पर शौचालय रिश्वत की बात तय हुई | जिसकी शिकायत आवेदक ने सागर लोकायुक्त मे कर दी | जैसे ही रोजगार सहायक जनपद ने आँफिस मे नीलम तिवारी को रिश्वत दी | वैसे सागर लोकायुक्त की टीम ने उन्हे गिरफ्तार कर लिया | पकडी गई ब्लाक कोडिनेटर पर सागर लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है।