मुख्यमंत्री की किचन कैबिनेट में सिर्फ अधिकारी
मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार के मंत्री सज्जनसिंह वर्मा ने कहा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री की किचन कैबिनेट में अधिकारी हैं और उन्हीं की सिफारिश पर इंदौर जैसी \'चाशनी\" वाली जगह पर अधिकारियों को भेजा जा रहा है | प्रदेश में जनता की सरकार तो आ गई है, लेकिन अभी कार्यकर्ताओं की सरकार नहीं आई | उसकी वजह यही है |
इंदौर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक सम्मेलन रखा था | दिल की बात\" थीम पर रखे गए इस सम्मेलन में कार्यकर्ताओं से बात करते हुए मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कमलनाथ सरकार पर निशाना साधा और कहा मुख्यमंत्री की किचन कैबिनेट में अधिकारी हैं और उन्हीं की सिफारिश पर इंदौर जैसी \'चाशनी\" वाली जगह पर अधिकारियों को भेजा जा रहा है | प्रदेश में जनता की सरकार तो आ गई है, लेकिन अभी कार्यकर्ताओं की सरकार नहीं आई | वर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को भी आड़ेहाथों लेते हुए कहा कि भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय के साथ कान में फुसफुसाते फोटो जारी कर वे कार्यकर्ताओं को हतोत्साहित कर रहे हैं | सज्जन वर्मा यह भी कहने से नहीं चूके कि हम दिग्विजय सिंह के जमाने में फेल ही इसलिए हुए क्योंकि मुख्यमंत्री रहते उनके आंख, नाक, कान कलेक्टर-एसपी हुआ करते थे | कार्यकर्ता बहुत पीछे चला गया था |
वर्मा ने दिग्विजय सिंह के मुख्यमंत्री काल का एक किस्सा भी सुनाया | वर्मा बोले कि तब देवास के कांग्रेस नेता जयसिंह ठाकुर को गिरफ्तार किया गया था मैंने मुख्यमंत्री से फोन पर तत्कालीन देवास एसपी संजीव शमी की बात कराई तो उन्होंने इस अंदाज में बात की कि मुझे फोन छीनना पड़ा |
वर्मा ने कैलाश विजयवर्गीय से दिग्विजय सिंह की बार-बार मुलाकातों और गले मिलते कान में बात करते फोटो जारी होने पर कहा कि शादी-ब्याह में आना जुर्म नहीं, लेकिन जिस तरह का वातावरण बनता है, उससे कार्यकर्ता मन मसोसता है कि हो क्या रहा है | सोचता है कि वे ही आज भी पॉवरफुल हैं जो 15 साल तक रहे और जनता का खून चूसते रहे |