बुंदेली उत्सव में हुई निशानेबाजी प्रशासन ने मूंदी आँखें
छतरपुर में आयोजित किये जा रहे बुंदेली उत्सव में | कला और संस्कृति के नाम पर जमकर नियम कायदों की धज्जिया उड़ाई गई | .कॉलेक्टर द्वारा जिले में हर्ष फायरिंग पर रोक के बावजूद | आयोजन में नियमो को ताक में रखते हुए | निशाने बाजी प्रतियोगिता आयोजित की गई | हद तो तब हो गई जब एक नाबालिग ने तीन फायर किये | गनीमत रही इस फायरिंग में किसी की जान नहीं गई | जब इस मामले में जिले के एडीएम से फायरिंग की परमिशन की बात की तो वह गोलमोल जवाब देते रहे |
छतरपुर के बसारी में चल रहे बुन्देली उत्सव में कला और संस्कृति के नाम पर नियम विरूद्ध हर्ष फायरिंग का मामला सामने आया है | वैसे तो इस आयोजन को बुन्देली तहजीब को जिन्दा बनाये रखने के लिए | पूर्व कोंग्रेसी विधायक शंकर प्रताप सिंह मुन्ना राजा के द्वारा आयोजित किया जाता है | इस आयोजन में जो नजारा देखने मिला उससे किसी की भी जान पर बन सकती थी | दरअसल इस आयोजन में नियम कायदों को ताक पर रखकर आत्मरक्षा के लिए दिए गए लाइसेंसी रायफल से | निशानेबाजी प्रतियोगिता बिना किसी सुरक्षा इंतजामो के उस वक्त की गई | जब जिले में कलेक्टर द्वारा हर्ष फायर करने पर पाबन्दी लगाई गई है | बावजूद इसके बसारी गांव में चल रहे बुन्देली उत्सव में खुलेआम निशानेबाजी के नाम पर | कई राउंड फायर किये गए. | भले ही आयोजक परमीशन लेने की बात कह रहे हो | और तालाब में आयोजित हुई निशानेबाजी की इस प्रतियोगता में प्रतिभागी फायरिंग के दौरान उत्साहित नजर आ रहे हो | लेकिन नजर हटते ही यहाँ पर किसी की भी जान जा सकती थी | क्योकि तालाब के जिस तरफ फायर कर निशाना लगाया जा रहा था | उस तरफ दीवाल न होकर किसानों के खेत थे |
यही नहीं बड़े बड़े निशानेबाजों के बीच एक नाबालिग ने हाथो में राइफल तानकर 3 राउंड फायर किये .| ऐसे में यदि निशाना चूकता तो कोई भी अनहोनी हो सकती थी | वही इस मामले में जिले के एडीएम से फायरिंग की परमिशन की बात की तो | वह गोलमोल जवाब देते रहे | वही नाबालिग द्वारा फायरिंग करने पर देखने के बाद कार्रवाई की बात कह रहे है |