उद्योगपति मुख्यमंत्री को नहीं परवाह
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ की पहचान उद्योगपति के रूप में तो थी | मगर उन्हें चिंता थी मध्यप्रदेश की पहचान की | तो उन्होंने आइफा करवाने का निर्णय लिया | मुख्यमंत्री कमलनाथ के इस निर्णय से प्रदेश को पहचान मिलेगी या नहीं ये बाद का विषय हैं | अभी तो खुद कमलनाथ जी दो चीजों से पहचाने जाने लगे हैं .| एक उद्योगपति मुख्यमंत्री की दूसरी आईफा वाले मुख्यमंत्री जी | मगर अब जनता इंतजार कर रही हैं | अपने प्रदेश के मुख्यमंत्री के आसमान से नीचे आने का | क्यूंकि मध्यप्रदेश का भविष्य यानि स्कूल में पढ़ने वाले नन्हे बच्चे रोज अपनी जान पर खेल कर | जर्जर भवन में पढ़ने को मजबूर हैं |
मुख्यमंत्री कमलनाथ जी | जरा फ़िल्मी सितारों की चकाचौंध से बाहर आकर अपने प्रदेश का अन्धकार भी देखिये | देखिये की कैसे जर्जर भवन में आपके प्रदेश का | कल का भविष्य गढ़ रहा हैं | ये बच्चे जानते हैं की पढ़ेंगे नहीं तो भविष्य खराब हो जाएगा | इसलिए आपके राज में अपनी जान पर खेल कर मज़बूरी में इस जर-जर भवन में पढ़ रहे हैं | जो कभी भी इनके ऊपर गिर सकता हैं | ये जो तस्वीरें आप देख रहे हैं | यह आप ही के राज की हैं शासकीय माध्यमिक शाला बीना में जर्जर भवन की है | बच्चों के साथ जर्जर भवन में कभी भी कोई भी घटना घटित हो सकती है | मगर फ़िक्र किसको हैं | ये तो सिर्फ शिकायत कर सकते हैं तो | बीआरसी और उच्च अधिकारियों को शिकायत भी की | मगर उन्हें भी क्या | उनके बच्चे भी नहीं पढ़ते इस स्कूल में भवन गिरे तो गिरे क्या फर्क पड़ता हैं शिक्षा विभाग ने मौन धारण कर रखा हैं | और चुनाव जीतने के बाद तो जनप्रतिनिधि कुंभकरण की नींद सो ही जाते हैं |
देवरी कला देवरी से लगभग 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत बीना के शासकीय माध्यमिक शाला मैं जर्जर भवन में संचालित किया जा रहा है कभी भी ये भवन भरभरा के गिर सकता हैं | मुख्यमंत्री जी आपको जान कर ख़ुशी होगी की | आपके प्रदेश के बीना शासकीय माध्यमिक शाला में पढ़ने वाले बच्चे अपने भविष्य को लेकर बेहद जागरूक हैं | लगभग 165 संख्या में उपस्थित दर्ज होती है | यहां की शिक्षा व्यवस्था तो ठीक-ठाक है | बच्चों को पढ़ना पसंद हैं और शिक्षकों को पढ़ना भी पसंद हैं | मगर सबकी चिंता एक ही हैं की न जाने कब ये जर्जर भवन काल साबित हो जाए | तस्वीरें झूठ नहीं बोलती | पूरी तरह से विद्यालय जर्जर स्थिति में है | कभी भी बिल्डिंग की छत का हिस्सा बच्चों को अपना शिकार बना सकता है | शिक्षक मजबूर हैं | शासकीय माध्यमिक शाला के जर्जर भवन में बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं | उनका काम शिक्षा देना हैं जो वो पूरी ईमानदारी से कर रहे हैं | वो अपना काम न करे तो | बच्चे शिक्षा से वंचित रह जाएंगे | मगर शासन प्रशासन और शिक्षा विभाग शायद किसी बड़ी घटना घटने का इंतजार कर रहा हैं | तो मुख्यमंत्री कमलनाथ जी देखा आपने | की आपके प्रदेश का भविष्य किन हालातों में पल रहा हैं | बेहतर हो की जनता के टैक्स का पैसा सही जगह उपयोग हो | मुख्यमंत्री जी आप प्रदेश की पहचान बने इसलिए ही तो आपको मुख्यमंत्री बनाया था | मगर आपकी पहचान आइफा वाली होने की जगह | उच्च दर्जे की शिक्षा वाले मुख्यमंत्री | बेहतर रोजगारवाले मुख्यमंत्री | खुशहाल किसान वाले मुख्यमंत्री | सुरक्षित महिला वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री | वाली बनती तो जनता आपको सर आँखों पर बिठा कर रखती | जरा सोचिये की क्या आइफा आपकी सही पहचान बना पायेगा |