भाजपा विधायक पहुंचे हरियाणा
सिंधिया समर्थक बोले हम सिंधिया के
मध्यप्रदेश में विधायकों को शिफ्ट करना अब पार्टियों की मज़बूरी बनती जा रही हैं | एक तरफ बीजेपी नई अपने विधायकों को बस ने भरकर एयरपोर्ट पहिंचाया हैं | तो वंही कांग्रेस ने अपने विधायक जयपुर पहुंचा दिए हैं |
बीजेपी ने पहले विधायक दाल की बैठक की और फिर दो बसों में भरकर अपने विधायकों को एयरपोर्ट पहुँचाया | और सरे विधायक विमान से हरियाणा के मानेसर पहुंचा दिए गए | जिस रिजॉर्ट में भारतीय जनता पार्टी के विधायक रुके हुए हैं | वहां पर हरियाणा CID को तैनात किया गया है | भारतीय जनता पार्टी नेअपने 106 विधायकों को हरियाणा के मानेसर में पहुंचाया हैं |
मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेता जयपुर पहुंचा दिए गए | कांग्रेस की ओर से जयपुर में एक रिजॉर्ट बुक किया गया था | जहां सभी विधायक रुकें हुए हैं | जयपुर में इन कांग्रेस विधायकों को ब्यूना विस्ता रिजॉर्ट में रखा हैं | कांग्रेस की ओर से यहां रिजॉर्ट के 42 कमरों को बुक है | वहीँ मध्य प्रदेश के गृह मंत्री बाला बच्चन ने दावा किया है कि उनकी सरकार पर कोई खतरा नहीं है, सभी विधायक मुख्यमंत्री के संपर्क में हैं. हम विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे और 2023 तक सरकार बनाएंगे | इसी बीच निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलने पहुंचे थे | मध्य प्रदेश कांग्रेस की ओर से एक ट्वीट किया गया है. इसमें सभी विधायकों के एक होने का दावा किया गया है. ट्वीट में लिखा है कि पूरी कांग्रेस एक है: मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ जी के नेतृत्व में बनी कांग्रेस सरकार पूरी तरह से एकजुट और सुरक्षित है. बीजेपी की “फूट डालो, राज करो” की साज़िश कभी कामयाब नहीं होगी. हमारे सभी विधायक प्रदेश की जनता के प्रति जवाबदारी, अपना फ़र्ज़ और नैतिकता समझते हैं.|
कांग्रेस विधायक अर्जुन सिंह ने भी दावा किया है कि | कमलनाथ सरकार को कुछ नहीं होने वाला है | आप 16 मार्च तक देखिएगा विधायकों की संख्या बिल्कुल ठीक रहेगी | ज्योतिरादित्य सिंधिया के जाने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा | राजा-महाराजाओं के दिन गए | लेकिन आप को यहाँ बता दी की जिन सिंधिया समर्थक विधायकों के कमलनाथ के टच में होने की बात कही जा रही हैं उन्होंने अपना मैसेज वीडियो जारी करके साफ़ कर दिया हैं की वे सिंधिया के ही हैं | कमलनाथ का साथ नहीं देंगे | .
कमलनाथ का डर साफ़ नजर आ रहा हैं | खतरे में कमलनाथ की सरकार ये हर कोई कह रहा हैं | 22 विधायकों के इस्तीफे के साथ ही कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं | कमलनाथ की ओर से दावा किया जा रहा है कि वो अभी भी बहुमत हासिल कर लेंगे | इस बीच बचे हुए जो विधायक हैं | कांग्रेस उन्हें अब जयपुर पहुंचा दिया हैं | विधायकों के इस्तीफे के बाद विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा भी गिरकर 104 पहुंच गया है | 22 इस्तीफों के बाद कांग्रेस की संख्या 114 से 92 हो गई है. | हालांकि, मंगलवार शाम कमलनाथ की बैठक में कांग्रेस के 92 की बजाय 88 विधायक ही पहुंचे | लेकिन अब तक सपा-बसपा और निर्दलीयों की मदद से कांग्रेस के पास 99 विधायकों का समर्थन हासिल है |
अब विधानसभा में कुल संख्या: 206 की हैं | बहुमत के लिए आंकड़ा: 104 चाहिए | कांग्रेस (गठबंधन) के पास आंकड़ा: 99 का हैं | बीजेपी के पास आंकड़ा: 107 हैं |