ग्वालियर में बनेगा टेक्सटाइल परिधान जोन
2016 तक बनकर होगा तैयार ग्वालियर में विश्व-स्तरीय एकीकृत टेक्सटाइल परिधान जोन दिसम्बर 2016 तक बनकर तैयार हो जायेगा। करीब 200 एकड़ में बनने वाले इस परिधान जोन के निर्माण में 1000 करोड़ रूपये का निवेश होगा। जोन से 30 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा। महिलाओं के लिये भी रोजगार के अवसर मिलेंगे। इस जोन के निर्माण में विभिन्न कम्पनियाँ शामिल हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को परिधान जोन के निर्माण से जुड़ी कम्पनियों की ओर से निर्माण कार्य-योजना का प्रारूप सौंपा गया। इसके लिये भारत सरकार के वस्त्र और सूक्ष्म एवं लघु उद्योग मंत्रालयों की विभिन्न योजनाओं से सहयोग लिया जायेगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अधोसंरचनात्मक दृष्टि से पूरा सहयोग दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के आर्थिक विकास के लिये प्रतिबद्ध है और उद्योग मित्र नीतियों के माध्यम से नई परियोजनाओं को पूरा प्रोत्साहन देगी। उदार निवेश मित्र नीतियों के प्रावधानों के अनुसार बिजली, पानी और जमीन जैसी आधारभूत जरूरतें पूरी की जायेंगी। इस परिधान जोन में ग्रे फेब्रिक, टेक्निकल टेक्सटाइल, होम फर्नीशिंग, यार्न डाईंग फेब्रिक बनेंगे। जोन में 75 एकड़ में फेक्टरी बिल्डिंग बनेगी, 15 एकड में आटोमेशन इकाई और रहवासी सुविधाएँ होंगी। साथ ही 115 एकड़ में फाइबर फिनिशिंग और अपशिष्ट उपचार प्लांट बनेगा। इस जोन के निर्माण में विश्व में पहली बार अत्याधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल होगा।पल्लव ग्रुप कोम्यंबटूर, थेनी गुरू कृष्णा लेक्सटाइल, स्मिता समूह, प्रिया एक्सपोर्ट, प्रकाश कोटेक्स इंडिया, एरोकाट स्पिनर्स, पेरीयूर अम्मान स्पिनिंग, असाही फिल्टर्स लिमिटेड, एल.एम.पी. वीवर्स, गोथम टेक्सटाइल, बालाविगना वीविंग मिल्स, सरन प्रिंट पार्क मिलकर इस परिधान जोन का निर्माण करेंगे।बैठक में मुख्य सचिव अंटोनी डिसा, प्रमुख सचिव उद्योग मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव नगरीय विकास एस.एन. मिश्रा, ग्वालियर संभागायुक्त के.के. खरे, कंपनियों के प्रतिनिधि आर. जयमोहन, एस. राजा शेखर, वी.एस. पलानीसामी उपस्थित थे।