बारिश और ओलों से छत्तीसगढ़ में फसल बर्बाद
 Crop waste

सब्जियों के साथ गेहूं की फसल भी प्रभावित हुई

 

छत्तीसगढ़ में पश्चिमी विक्षोभ के असर से प्रदेश भर में बारिश के साथ ओले पड़ रहे हैं  नतीजतन फसलें बर्बाद हो गई हैं |  किसानों के मुताबिक फसल जमीन पर टूटकर गिर गई है  | प्रदेश के अंबिकापुर, कांकेर, बेमेतरा, दुर्ग, कवर्धा, रायपुर आदि इलाकों में बेमौसम बारिश ने रबी और जायद  फसलों को तबाह कर दिया है  | 

छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में लगातार तीन-चार दिनों से रुक-रुककर हो रही बारिश से अरहर, अलसी, चना, मटर, सरसों के साथ गेहूं की फसल भी बर्बाद हो रही है  | चना, मक्का और अरहर की फसल तो पूरी तरह तबाह होने की स्थिति में है | साग-सब्जियों की खेती पर भी भारी प्रभाव बेमौसम बारिश ने डाला है   नवीन तकनीक से शहर के आसपास खरबूज, तरबूज, करेला, खीरा की खेती करने वाले किसान तेज हवा के साथ मूसलार बारिश के कारण बड़ी राशि गंवा बैठे हैं  |  पानी भरने से पौेधे गलने लगे हैं और खरपतवार उग रहे हैं |  अंबिकापुर क्षेत्र में बीते 24 घंटों में करीब 39 मिली मीटर बारिश हुई है | मार्च में हुई इस बारिश ने 22 वर्षों का रिकार्ड तोड़ा है |  अंबिकापुर में अभी तक 87 मिमी बारिश हो चुकी है | प्रदेश में मक्का और सब्जियों पर ओले का सर्वाकि प्रभाव पड़ा है  |  जहां बड़े ओले पड़े हैं वहां गेहूं भी प्रभावित  हुआ है | कवर्धा, बलौदाबाजार, कांकेर, रायपुर और दुर्ग इलाके में किसानों की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है | चना और मक्के की फसल को सबसे अकि नुकसान हुआ है |