सनातन मूल्यों के अनुरूप मंदिर निर्माण होगा
परमहंसी आश्रम झौतेश्वर में शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती की अगुवाई में सन्त समेलन हुआ | जहाँ सनातन मूल्यों के अनुरूप रामलला के मंदिर निर्माण की बात कही ओर भव्य राम मंदिर निर्माण के पहले राम भगवान को चन्दन की लकड़ी से निर्मित सोने की परत वाले सिंघासन में विराजमान किये जाने की बात रखी गई |
संत सम्मेलन में राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट में शंकराचार्य की अवमानना पर भी सन्तो ने नाराजगी व्यक्त की | शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद ने आशंका व्यक्त करते हुए सन्देश दिया कि राम हमारी आस्था हैं | हमारे भगवान हैं | पर मंदिर निर्माण ट्रस्ट में वे लोग है जो राम को मनुष्य मानते है | आज जब हमें हमारे आराध्य श्री राम के मंदिर निर्माण का अवसर मिला है तो सन्तो की यह अभिलाषा है कि मंदिर सनातन परंपरा और वस्तु के आधार पर बने | पर कुछ लोग है जो सनातन आस्था के विपरीत राम को एक मनुष्य मान कर हमारे भगवान श्री राम के मंदिर निर्माण करा रहे है | जिसपर शंकराचार्य स्वरूपानन्द सरस्वती ने आपत्ति दर्ज कराई |
इस सम्मेलन के दौरान आयोजन में पुरी पीठ के शंकराचार्य के प्रतिनिधि | गौवर्धन पीठ के शंकराचार्य के प्रतिनिधि. | नाथ सम्प्रदाय, कांची काम पीठ के प्रतिनिधि | निरंजनी अखाड़ा, अग्नि अखाड़ा, हिमांचल प्रदेश, नेपाल के डंडा महाराज सहित भारत वर्ष के अनेक साधु संत शामिल हुए | आयोजन में सिवनी .नरसिहपुर .जबलपुर .छिंदवाड़ा .बालाघाट .भोपाल सहित प्रदेश के हिंगलाज सेना .आध्यात्मिक उत्थान संस्था | ब्राम्हण महासभा सहित अनेक हिन्दू संगठन के प्रतिनिधियो ने भाग लिया |