जुलाई तक होगा मानव पर परीक्षण
कोरोना वायरस महामारी का संक्रमण पूरी दुनिया में तेजी से फैल रहा है | भारत में भी इस जानलेवा वायरस से करीब 3 हजार लोग संक्रमित हो चुके हैं
ऐसे में इस वायरस की रोकथाम के लिए दुनियाभर के डॉक्टर और वैज्ञानिक वैक्सीन बनाने में जुटे हैं | भारत में कोरोना वायरस का टीका तैयार करने की शुरुआत हो चुकी है | देश की बायो टेक्नोलॉजी कंपनी भारत बायोटेक ने विस्कॉन्सिन यूनिवर्सिटी और दवाई कंपनी फ्लूजेन के वायरोलॉजिस्टों की मदद से कोरोना वायरस की वैक्सीन कोरोफ्लू का परीक्षण शुरू कर दिया है |
कोरोना के टीके कोरोफ्लू का परीक्षण अमेरिका में पशुओं पर शुरू हो गया है | अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले 3 महीने यानि जुलाई तक मनुष्य पर इसका परीक्षण शुरू हो जाएगा | यदि अमेरिका में वैक्सीन का परीक्षण सफल होता है तो इसकी सुरक्षा मानकों की मंजूरी लेने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा | अमेरिका में सुरक्षा मानकों पर मंजूरी मिलने के बाद इस वैक्सीन को लॉन्च कर दिया जाएगा | देश का पहला टीका है जो कोरोना वायरस संक्रमण से बचाने का काम करेगा | वायरस से बचाने के लिए इसे नाक में डाला जाएगा | ये दावा किया जा रहा है कि दवा इतनी प्रभावी है कि सामान्य फ्लू होने पर भी इसका इस्तेमाल हो सकेगा | भारत बायोटेक के बिजनेस डेवलपमेंट प्रमुख डॉ. चेस एला ने बताया कि भारत बायोटेक की ओर से वैक्सीन तैयार की जा रही है और इसका नैदानिक परीक्षण किया जाएगा | वैश्विक वितरण के लिए वैक्सीन की लगभग 30 करोड़ खुराक तैयार करने के लिए भी कंपनी तैयार है | सहयोग-समझौते के तहत दवाई कंपनी फ्लूजेन अपनी मौजूदा विनिर्माण प्रक्रियाओं को भारत बायोटेक को हस्तांतरित करेगी | इसके बाद हमारी कंपनी इसके उत्पादन में वृद्धि करने का काम करेगी | फिलहाल इसका परीक्षण अमेरिका में जानवरों पर हो रहा है | उम्मीद है कि करीब 3 महीने बाद यानि जुलाई तक मानव पर परीक्षण के लिए ये वैक्सीन उपलब्ध होगी |