सिंहस्थ के कामों की क्वालिटी सुधारी जाये
डिसा ने उज्जैन में निर्माण कार्यों का लिया जायजा मुख्य सचिव अंटोनी डिसा एवं डीजीपी सुरेन्द्र सिंह ने उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। मुख्य सचिव एवं डीजीपी ने सबसे पहले होमगार्ड परिसर में नव-निर्मित बेरक का निरीक्षण किया। इस दौरान बेरक में कम संख्या में बनाये गये शौचालयों पर नाराजगी प्रकट की। उन्होंने शौचालयों की संख्या बढ़ाते हुए उनकी गुणवत्ता में सुधार के निर्देश दिये।मुख्य सचिव श्री डिसा ने इंजीनियरिंग कॉलेज रोड, हरीफाटक ओवरब्रिज की चौथी भुजा का निरीक्षण किया। उन्होंने गऊघाट पर 565 लाख की लागत से निर्माणाधीन जल-शोधन संयंत्र का भी अवलोकन किया। श्री डिसा ने सिंहस्थ के दौरान शुद्ध पेयजल की समुचित व्यवस्था के लिए संयंत्र की शोधन क्षमता बढ़ाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जहाँ अभी इस जलशोधन संयंत्र की क्षमता 127 एमएलडी प्रतिदिन की है, उसे 167 एमएलडी प्रतिदिन बढ़ाने के लिये आवश्यक कार्यवाही करें।मुख्य सचिव ने हरीफाटक ब्रिज के नजदीक निर्माणाधीन इंटरप्रिटेशन सेन्टर (व्याख्यालय) का भी निरीक्षण किया। मुख्य सचिव ने महाकाल मंदिर में चल रहे टनल निर्माण कार्य का निरीक्षण कर मंदिर में आने वाले दर्शनार्थियों के आने-जाने की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने मंदिर के आसपास पैदल निरीक्षण कर वहाँ की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। श्री डिसा ने रूद्र सागर एवं विक्रमादित्य टीले पर चल रहे निर्माण कार्य, राणोजी की छत्री का विकास कार्य एवं रामघाट का निरीक्षण किया। इस दौरान वॉच टॉवर, कंट्रोल रूम के बारे में पुलिस अधीक्षक ने जानकारी दी। उन्होंने रामघाट पर प्याऊ आदि को हटाने और उसकी सुन्दरता बढ़ाने के लिए विभिन्न रंगों की लाइटिंग करने के भी निर्देश दिये।प्रमुख सचिव विवेक अग्रवाल, प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं पर्यावरण मलय श्रीवास्तव, संभागायुक्त डॉ.रवीन्द्र पस्तौर, उज्जैन रेंज के आईजी वी.मधुकुमार, डीआईजी राकेश गुप्ता, कलेक्टर कवीन्द्र कियावत, पुलिस अधीक्षक एम.एस.वर्मा, मेला अधिकारी अविनाश लवानिया सहित अन्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।