मुख्यमंत्री शिवराज लोगों को इलाज तो दिलवाओ
 SHIVRAJ SINGH  CHAUHAN

शिवराज सिंह के राज की दिल दहलाने वाली तस्वीर

 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी अगर जबानी जमा खर्च पूरा हो चुका हो तो तत्काल एक्शन लीजिये   |  क्योंकि आप के राज की ये तस्वीर किसी का भी दिल दहला सकती है  |  कोरोना संक्रमण काल में आपका सिस्टम ठीक होने की बजाये जानलेवा हो रहा है   | 

यह तस्वीर इंदौर की है  | कोरोना संक्रमण से जूझते इंदौर की   |  हम इन दृश्यों को दिखाना नहीं चाहते थे लेकिन हमारी मज़बूरी है सच बयान करना 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी सवाल आपसे है क्या मध्यप्रदेश की हालत इतनी खराब है कि इंदौर जैसे शहर में एक बीमार को एम्बुलेंस तक नसीब न हो और वो स्कूटर पर ही भटकते हुए दम तोड़ दे   | कम से कम सिस्टम को इतना तो ठीक कीजिये कि मानवता  शर्मसार न हो  |  इसी इंदौर में दो दिन पूर्व भी प्रसव पीड़ा से करहाती अपनी गर्भवती पत्नी को लेकर पहले एम वाय एच और फिर निजी अस्पताल के चक्कर लगाता युवक भी इसी क्रूर व्यवस्था का शिकार हुआ था   | उसकी पत्नी और अजन्मे बच्चे की मौत हो गई थी    | आपके प्रशासन ने उस घटना से सबक नहीं लिया और फिर इलाज के लिए तड़फते व्यक्ति ने सड़क पर दम तोड़ दिया   | आपके अफसरान सबक लेने के बजाय  लगातार लापरवाहियों को दोहरा रहे हैं   |  कमला नेहरू कॉलोनी निवासी पचपन साल के पांडुराव चांदने की तबीयत कुछ दिनों से खराब थी   | मंगलवार सुबह उनकी हालत बिगड़ी तो उन्हें उनके परिजन  क्लॉथ मार्केट अस्पताल ले गए, लेकिन इलाज नहीं मिला  |   कर्मचारियों ने कह दिया कि  एमवायएच ले जाओ   | अस्पताल से एंबुलेंस मांगी, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने मना कर दिया  |  आखिरकार दोपहिया से ही मरीज को गंभीर हालत में लेकर एमवायएच रवाना हो गए   | लेकिन इलाज के आभाव में पाण्डुराव ने अस्पताल पहुँचने से पहले ही दम तोड़ दिया  |  मृतक के परिवार वालों ने संदिग्ध मौत की खबर सीएमएचओ को दी लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो अंतिम संस्कार कर दिया   | उनके भाई दिलीप ने बताया कि उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी   | सोमवार को उन्हें अरबिंदो अस्पताल लेकर गए थे, लेकिन वहां इलाज नहीं मिला   |   डॉक्टरों ने कहा एमवायएच ले जाओ   |  एमवायएच पहुंचे तो भाई की जांच करने के बाद डॉक्टर ने दवा लिखी और कहा तबीयत ठीक हो जाएगी   | जब रिपोर्ट आ जाए तो अस्पताल आ जाना   | लेकिन मुख्यमंत्री  शिवराज जी आपके राज में मरीज की रिपोर्ट तो नहीं आई उनका इलाज के आभाव में निधन जरूर हो गया  |