बुंदेलखंड में बने नए समीकरण
बुंदेलखंड में नए राजनीतिक समीकरण बन रहे हैं | शिवराज सरकार में मंत्री बने गोविन्द राजपूत बीजेपी के दिग्गज गोपाल भार्गव से मिलने पहुंचे | माना जा रहा है कि गोविन्द राजपूत के कारण ही पहली खेप में भार्गव मंत्री नहीं बन पाए | ये दोनों नेता बुंदेलखंड की सियासत में अब से पहले बीजेपी और कोंग्रस का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं |
गढ़ाकोटा में गोपाल भार्गव के निवास गणनायक में मध्यप्रदेश शासन में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पहुंचे | दोनो नेताओं के बीच लम्बी चर्चा हुई | अब से पहले गोविन्द राजपूत कांग्रेस से मंत्री थे | लेकिन कमलनाथ सरकार गिराने के बाद उन्हें सिंधिया के कोटे से शिवराज मंत्रिमंडल में जगह मिली | जिस कारण गोपाल भार्गव को फिलहाल मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया | राजपूत के कारण ही गोपाल भार्गव की उपेक्षा की गई | ऐसे में रूठे हुए गोपाल भार्गव को राजपूत ने मानने की कोशिश की और गिले शिकवे दूर किये | मंत्री गोविंद सिंह राजपूत से गोपाल भार्गव के निवास आने ओर नाराजगी का प्रश्न पूछा गया तो उन्होंने कहा की भार्गव जी नाराज हो या ना हो उन्हें मनाने कि क्षमता मुझमें नहीं है | गोपाल भार्गव से गोविंद सिंह राजपूत के आने की वजह पूछी तो उनका कहना था कि भोपाल से लौटे थे तो उनने सोचा कि भैया से मिलते जाए | जब वो मंत्री बने तो में भोपाल में नहीं था | बहुत दिन से मिले भी नहीं थे |