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थकान के कारण पटरी पर सो गए थे मजदूर
महाराष्ट्र के औरंगाबाद से शुक्रवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. | रेल की पटरी पर प्रवासी मजदूरों को एक मालगाड़ी ने रौंद दिया | औरंगाबाद के जालना रेलवे लाइन के पास ये हादसा हुआ | जिसमें 16 मजदूरों की मौत हो गई है जबकि कई अन्य मजदूर घायल हो गए | मध्यप्रदेश के थे और पटरी के सहारे पैदल लौट रहे थे | मध्यप्रदेश सरकार ने मृतक मजदूरों के परिजनों को 5-5 लाख के मुआवजे का ऐलान किया है |
लॉकडाउन में फंसे हजारों प्रवासी मजदूरों का पैदल अपने घर जाना जारी है | शुक्रवार को महाराष्ट्र के औरंगाबाद में एक मालगाड़ी ने पटरी पर 16 मजदूरों को कुचल दिया | ये सभी प्रवासी मजदूर अपने घर पैदल जा रहे थे | घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं | ये सभी मजदूर मध्य प्रदेश के रहने वाले थे, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतक मजदूरों के परिवार वालों को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है | उन्होंने रेल मंत्री से बात कर घायलों की सहायता करने को कहा है | भारतीय रेलवे की ओर से इस हादसे को लेकर जो बयान जारी किया गया है, उसमें कहा गया है कि औरंगाबाद से कई मजदूर पैदल सफर कर आ रहे थे, कुछ किलोमीटर चलने के बाद ये लोग ट्रैक पर आराम करने के लिए रुके, उस वक्त मालगाड़ी आई और उसकी चपेट में कुछ मजदूर आ गए | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी औरंगाबाद में हुए रेल हादसे पर दुख व्यक्त किया है. पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि औरंगाबाद में हुए रेल हादसे में जिनकी जान गई है, उससे काफी दुख पहुंचा है | पीएम मोदी ने इस हादसे के बारे में रेल मंत्री पीयूष गोयल से बात की है और हालात का जायजा लेने को कहा है | कोरोना वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन के कारण देशभर में मजदूर फंस गए थे | कई जगह से हजारों की संख्या में मजदूर पैदल ही अपने गांव-घर की ओर निकल रहे थे | ऐसे में रात को रुकने के लिए सैकड़ों मजदूरों ने रेलवे ट्रैक का सहारा लिया | | हालाँकि बीते दिनों केंद्र सरकार की ओर से मजदूरों को उनके राज्य वापस भेजने की इजाजत दे दी गई थी | जिसके बाद राज्य सरकारों ने बसों की व्यवस्था कर अपने मजदूरों को बुलाया | इसके अलावा रेलवे की ओर से स्पेशल श्रमिक ट्रेन भी चलाई गई हैं, जो मजदूरों को उनके राज्य पहुंचा रही हैं |
औरंगाबाद में ट्रेन की चपेट में आए सभी 16 मजदूर मध्यप्रदेश के शहडोल जिले के रहने वाले हैं | ये लोग रेल पटरी के सहारे जालना से भुसावल जा रहे थे | 40 किमी पैदल चलने के बाद थकान के कारण ये पटरी पर बैठ गए और वहीं सो गए | इन्हें लगा कि अभी ट्रेनें बंद है, लेकिन एक मालगाड़ी ने चपेट में ले लिया |
MadhyaBharat
9 May 2020
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