दिग्विजय :गोविन्द सिंह ने कांग्रेस के साथ धोखा किया
 Digvijay on short stay

गोविन्द : दिग्विजय का नहीं मानते बुरा,वे सठिया गए हैं

गोविन्द की सलाह दिग्विजय को आगे लाकर लड़ें चुनाव

 

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए  मंत्री  गोविन्द सिंह राजपूत पर निशाना साधा और कहा की हम इनकी दादागीरी बर्दाश्त  नही करेंगे | कांग्रेस ने इनको क्या नहीं दिया | और इन्होने कांग्रेस के साथ धोखा किया है | उधर मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने इस पर पलटवार करते हुए कहा की | दिग्विजय सिंह बुजुर्ग नेता हैं |  वे साठ साल के ऊपर हो चुके हैं |  सठिया गए हैं |  उनका बुरा नहीं मानना चाहिए | बल्कि कांग्रेस को उनको आगे लाकर  उपचुनाव लड़ना चाहिए  | ताकि जनता को दिग्गी कार्यकाल की  सड़क , बिजली याद आ जाए  | 

अल्प प्रवास पर सागर पहुंचे कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पूर्व कांग्रेस नेता और मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत को आड़े हाथों लेते हुए कहा की   सागर मे जो राजनीति हो रही है  | उसे हमारी पार्टी कभी बरदाश्त नहीं करेगी | और उप चुनाव मे बागियों को मुंह तोड जवाब दिया जाएगा  | हमारी पर्टी ने क्या कुछ नहीं किया गोविंद सिंह के परिवार के लिये |  गोविन्द सिंह ने उस सम्मान के बदले कांग्रेस के साथ  धोखा किया है | दिग्विजय ने कहा की जिस तरह से कांग्रेस कार्यकर्तों के साथ दादागीरी की जा रही है |  उन्हें फसाया जा रहा है  कांग्रेस पार्टी बर्दास्त नहीं करेगी  | सरकार चाहे जिसकी हो | 

उधर गोविन्द सिंह राजपूत ने दिग्विजय पर पलटवार करते हुए कहा की  | दिग्विजय सिंह की उम्र 73  -74 वर्ष हो गई  है | और बुंदेलखंडी में इसे सठियाना बोलते हैं |  दिग्विजय सिंह बुजुर्ग नेता हैं उनकी बातों का बुरा नहीं मानना चाहिए | राजपूत ने कांग्रेस पार्टी को सलाह देते हुए कहा की  कांग्रेस को दिग्विजय सिंह को आगे लाकर उपचुनाव लड़ना चाहिए | इससे  जनता को  दिग्गी कार्यकाल में सडक , पानी , बिजली के कैसे हालत थे  याद आ जाएंगे  | राजपूत ने कहा की  जनता का ये ही नारा रहेगा | जब तक है दिग्गी जलती रहेगी डिब्बी |  राजपूत चुटकी लेते हुए कहा की  |  दिग्विजय सिंह कांग्रेस के बुजुर्ग और बहोत लोकप्रिय नेता है | उनको ही चुनाव में कांग्रेस पार्टी को उपयोग करना चाहिए  | ताकि जनता को उनके कार्यकाल की वापस याद आ जाये |  उपचुनाव को लेकर गोविन्द सिंह ने कहा की जनता उनके साथ है  | उनका यहाँ जनता से राजनीती का  नहीं घर का नाता है  |