लापरवाही से भीगा 20 हजार मीट्रिक टन गेहूं
 Narottam Mishra

नरोत्तम:किसानों का गीला गेहूं खरीदा जाएगा

 

मौसम विभाग की चेतावनी के  बावजूद प्रशासन समय रहते नहीं चेता  और  बारिश में 20 हजार मीट्रिक टन गेहूं भीग गया  | 29 हजार मीट्रिक टन गेहूं अब भी बाहर पड़ा हुआ है  | समय से परिवहन न होने के कारण यह स्थिति बनी |  गेहूं को ढंकने के लिए 35 खरीदी केंद्रों में तिरपाल की व्यवस्था नहीं की गई थी | दूसरी और सरकार के प्रवक्ता गृह और स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि अगर कहीं किसानों का गेहूं भीग गया है तो उसे भी खरीदा जाएगा | 

निसर्ग के चलते बारिश की चेतावनी के बाद प्रशासन ने कोई इंतजामात नहीं किये और 29 हजार मैट्रिक टन गेहूं पूरी तरह गीला हो गया  |  समय पर परिवहन न करने के लिए नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों को ट्रांसपोर्टरों पर पैनाल्टी लगाने के लिए कहा गया था  |  लेकिन अब तक कोई पैनाल्टी नहीं लग पाई और इन खरीदी केंद्रों में रखा गेहूं भीग गया  |  खरीदी केंद्रों में गेहूं न भीगे इसके लिए  भोपाल कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के महाप्रबंधक और सहकारी संस्थाओं के उपायुक्त को आदेश जारी किया था  | लेकिन प्रशासन कोई इंतजाम नहीं कर पाया  |  सबसे ज्यादा गेहूं बैरसिया में भीगा है | 10 खरीदी केंद्रों में अब भी  दो हजार से ज्यादा  ट्रॉलियों में भरा गेहूं किसान लेकर खड़े हैं  | उपार्जन केंद्र समिति प्रभारियों ने बारिश के हाई अलर्ट के बाद भी गेहूं की बोरियों को भीगने से बचाने के लिए तिरपाल नहीं ढांका |  सहकारिता   विभागीय अधिकारियों ने सोसायटी संचालकों को गेहूं को भीगने से बचाने तिरपाल तथा खरीदी के लिए वॉटरप्रूव टेंट की व्यवस्था नहीं की |  इधर मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा निसर्ग के कारण आई बारिश प्राकृतिक आपदा है,इसके  लिए उचित व्यवस्था करेंगे  | किसानों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, बारिश से गेहूं प्रभावित होता है तो भी खरीदा जाएगा दाम भी कम नहीं होंगे समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा |